भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने अभी कुछ दिनों पहले इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्र. 3 में एक जर्जर मकान को तोड़ने गई नगर निगम की टीम के निगम अधिकारी को बैट से मारा था। आकाश विजयवर्गीय पर निगम अधिकारी के साथ मारपीट करने और इसके अलावा कई अन्य धाराए लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। अभी वे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में है। जिसके बाद से ही इंदौर में माहौल थोड़ा गर्म हो गया है।
इस पूरे वाक्ये के बाद विधायक आकाश विजयवर्गीय की ओर से जमानत याचिका इंदौर कोर्ट में पेश की गई थी जिसे इंदौर कोर्ट ने ख़ारिज़ कर दिया और विधायक आकाश विजयवर्गीय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अपनी जमानत के लिए भोपाल की विशेष अदालत में आवेदन किया है, अब इस मामले की सुनवाई भोपाल में होगी। इंदौर न्यायलय ने याचिका खारिज करने के पीछे “क्षेत्रीय अधिकार के बाहर का मामला” बताया है। विधायक और सांसदों के मामलों की सुनवाई विशेष अदालत करती है इसलिए अब इस पूरे मामले पर सुनवाई विशेष अदालत भोपाल में होंगी।
इस माहौल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरे इंदौर में विधायक आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में पोस्टर लगाए हुए है। इन पोस्टरों में 'सैल्यूट आकाश जी' लिखा हुआ है। सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार के खिलाफ और इस पूरे मुद्दे पर कोई बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही है।
जानकारी दे दें कि बुधवार को विधायक आकाश विजयवर्गीय और निगम अधिकारी के बीच हुए विवाद में विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया था। इंदौर पुलिस अधीक्षक रुचिवर्धन मिश्रा ने जानकारी दी की विधायक आकाश विजयवर्गीय एवं अन्य 10 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 353 (लोक सेवक को भयभीत कर उसे उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिये उस पर हमला), 294 (गाली-गलौज), 323 (मारपीट), 506 (धमकाना), 147 (बलवा) और 148 (घातक हथियारों से लैस होकर बलवा) के तहत FIR दर्ज की गई है।