जूही चावला ने किया सरकार का बचाव, सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करने वालों पर साधा निशाना

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Prabhat Sharma
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जूही चावला ने किया सरकार का बचाव, सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करने वालों पर साधा निशाना

जेएनयू कैम्पस में पिछले रविवार शाम हुई हिंसा पर बहुत सारे लोग विरोध दर्ज करवा रहे हैं। विरोध करने वालों में बॉलीवुड के भी कई कलाकार शामिल नजर आये। हालांकि इन विरोध करने वाले कलाकारों ने JNU हिंसा में सिर्फ एक पक्ष के लोगों का साथ दिया जबकि वहां छात्रों के दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। बहरहाल अब बॉलीवुड से इन आवाज़ों के इतर भी कुछ आवाज़ बाहर आने लगे हैं और इनमें एक मुख्य आवाज़ है अभिनेत्री जूही चावला की।

जूही चावला ने सरकार को लेकर बयान दिया है, जिसने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उन्होंने अपने इस बयान में कहा कि "सभी लोग सरकार को इतनी जल्दी दोषी क्यों ठहरा रहे हैं? मैं कहती हूं कि अगर आप किसी पर एक उंगली उठाते हैं तो बाकी की तीन उंगलियां आपकी तरफ इशारा करती हैं।" जूही चावला ने अपने बयान में आगे कहा कि "सरकार की आलोचना करने की जगह हमें खुद के आचरण पर विचार करना चाहिए।"

पिछले दिनों गेटवे ऑफ़ इंडिया के पास एक महिला द्वारा "फ्री कश्मीर" का बैनर दिखाए जाने वाली घटना पर भी जूही ने निशाना साधा। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इसी प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि "सिर्फ एक प्रतिक्रिया के लिए घटनाओं के बारे में पूछताछ करना ठीक नहीं है, जबकि उन्हें स्थिति को समझने के लिए सही समय दिया जाना चाहिए। हम काम पर जाते हैं तो सोचते हैं कि अपने टास्क को कैसे पूरा करें। तभी कुछ घटनाएँ होती हैं, जिसे लेकर मीडिया सवाल करता है कि आपकी इसपर क्या राय है? हमने मामले को समझा नहीं है, लोगों ने मामले को नहीं समझा है, लेकिन आपको रिएक्शन चाहिए।"

इस बाबत बोलते हुए अभिनेत्री जूही चावला ने आगे कहा, "लोगों को समझने तो दो कि आखिर NRC और CAA क्या है, किस बारे में है, इसपर बात क्यों की जा रही है। हर कोई जल्दबाजी में विभाजन को लेकर बात कर रहा है। हम एकता पर बात क्यों नहीं कर रहे हैं? हर कोई यह क्यों कह रहा है कि 'सरकार क्या कर रही है, ये काम यह क्यों कर रही है?' लेकिन मैं कहती हूं कि अगर आप किसी पर एक उंगली उठाते हो तो बाकी की तीन उंगलियां आपकी तरफ इशारा करती हैं. हम कर क्या रहे हैं? शांत होते हैं और स्थिति को समझने का प्रयास करते हैं।"

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