लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए की भारी जीत के बाद अब गृह मंत्री का कार्यभार बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह को दिया है। शाह ने सोमवार को अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के एजेंडे पर बातचीत हुई। इस बैठक से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शाह घाटी में पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के एजेंडे को लागू करना चाहते हैं। जब हाल ही में अमित शाह ने गृह मंत्रालय का कार्य संभाला है, तब वापस से अनुच्छेद 370, 35A का मुद्दे का विषय बना हुआ है।
जानकारी दे दे कि 35A का मुद्दा अभी तक सुप्रीम कोर्ट में है और सरकार की तरफ से कहा गया है कि वह सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतीक्षा करेगी। उसके बाद ही अपनी बात आगे रखेगी। लेकिन अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद हर किसी की नजर इस ओर है कि सरकार इस तरफ किस तरह आगे बढ़ने है।
बता दे कि इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साथ तमाम एजेंसियों के लोग भी उपस्थित थे। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव , आईबी और रॉ चीफ समेत कई अन्य अफसर भी मौजूद थे। इस बैठक में सुरक्षा एजेंसियों ने अमित शाह को घाटी में आतंकियों से निपटने के लिए नए प्लान के सुझाव भी दिए।
एजेंसियों ने बताया कि इसी साल घाटी में उन्होंने 101 आतंकियों को मौत के मुंह में सुलाया है, प्रति माह लगभग 20 का एवरेज है। अब एक नई टॉप 10 की लिस्ट बनायीं जा रही है इस बारे में नए गृहमंत्री को सूचना किया गया है। बता दे कि इस लिस्ट में रियाज नाइकू और ओसामा का नाम भी सम्मिलित है।इसके बैठक में बातचीत के दौरान आतंकियों से निपटने के अलावा 1 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर भी कई रणनीति बनाई गई है।