भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता जी माधवन नायर ने UPA सरकार पर एक गंभीर आरोप लगाया है। जिसके कारण UPA सरकार की एक और हक़ीकत सामने आयी है। बुधवार को माधवन नायर ने मीडिया से बात करते हुआ बताया की चंद्रयान-2 को लॉन्च करने की मूल योजना 2012 में थी। लेकिन कांग्रेस सरकार नीतिगत फैसले लेने में देरी कर गई।
Former ISRO Chief & BJP leader G Madhavan Nair: Original plan was to launch Chandrayaan-2 in 2012 but due to some policy level decisions of UPA-2 government it was delayed. After Modi ji took over, he gave thrust to such projects, especially Gaganyaan & Chandrayaan-2. (13.6.19) pic.twitter.com/ul5vCei3Uo
— ANI (@ANI) June 14, 2019
माधवन नायर ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभालने के बाद ऐसी परियोजनाओं पर जोर दिया। इनमें चंद्रयान-2 और गगनयान भी शामिल थे। अब तो इसरो भारतीय स्पेस स्टेशन बनाने की योजना भी बना रही है।
आपको बता दें की माधवन नायर भारत के पहले चंद्रमा मिशन चंद्रायन-1 के लिए जाने जाते हैं। जिसे 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च किया गया था। साल1998 में उन्हें पद्म भूषण और 2009 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा वे साल 2003 से लेकर 2009 तक इसरो में सचिव के पद पर रहे थे। नायर बीते साल अक्टूबर में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये थे।
वहीं कांग्रेस ने चंद्रयान-2 मिशन में संप्रग सरकार के देर करने से जुड़े पूर्व इसरो प्रमुख के दावे की निंदा की है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने नायर के बयान के पर कहा, ‘मैंने यह बयान नहीं देखा है, लेकिन ऐसा है तो मैं इसकी निंदा करता हूँ। सिंघवी ने आगे कहा - ‘आपका काम सरकार की आलोचना करना नहीं है। आप वैज्ञानिक हैं, आपका काम देश को गौरवान्वित करने वाला है। आप देखते हैं कि एक पार्टी सत्ता से बाहर है तो कुछ बोलने लगते हैं। कल को कांग्रेस सत्ता में आई तो इसकी धुन गाने लगेंगे।