नुसरत जहां के सिंदूर और मंगल सूत्र पर फतवा जारी करने वाले मौलवियों पर भड़कीं साध्वी प्राची

Go to the profile of  Rishabh Verma
Rishabh Verma
1 min read
नुसरत जहां के सिंदूर और मंगल सूत्र पर फतवा जारी करने वाले मौलवियों पर भड़कीं साध्वी प्राची

एक पार्टी के नेता दूसरी पार्टी के नेता का समर्थन करते कम ही नज़र आते है लेकिन भाजपा की हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत के समर्थन में आ गई हैं। साध्वी प्राची ने टीएमसी सांसद नुसरत जहां के मंगल सूत्र पहनने पर दिए मुस्लिम फतवे पर तंज करते हुए कहा है कि अगर मुस्लिम महिलाएं किसी हिंदू से शादी कर लें और उसके बाद बिंदी और मंगल सूत्र पहने तो ये मुस्लिम मौलवी उसे हराम कहते हैं, लेकिन अगर कोई मुस्लिम, लव जिहाद के जरिए हिंदू युवती से शादी कर उसे बुर्का पहनाते हैं तो वह हराम नहीं है, वह जायज़ होता है।  एक तरफ जहाँ हिंदूवादी संगठन नुसरत जहां के समर्थन कर हैं। वही मुस्लिम संगठन उनका विरोध कर है।

साध्वी प्राची ने इस बारे में कहा कि यदि मुस्लिम मौलवियों को फतवे जारी करने ही थे तो उन्हें यह तीन तलाक के समर्थन में करना चाहिए परन्तु उन्होंने ऐसा नहीं किया और उन्होंने नुसरत जहां के विरोध में फतवा जारी किया है। मुस्लिम मौलवियों ने कहा की उसने मंगलसूत्र क्यों पहना?  साध्वी प्राची ने बहुत सख्त अंदाज में कहा कि यदि मौलवी अभी नहीं सुधर सकते तो मुझे ऐसा लगता है कि यह कुछ वक्त में समस्त इस्लाम को भी हराम करार दे देंगे।

जानकारी दे दें कि मंगलवार को टीएमसी सांसद नुसरत जहां शपथ लेने संसद पहुंची थी। सत्र के दौरान वह पारंपर‍िक अंदाज में दिखाई दी थी। बता दें कि उन्होंने माथे पर सिंदूर, हाथों में चूड़ा और मेंहदी लगायी हुई थी। साथ ही उन्होंने मंगल सूत्र भी पहना था।  सोशल मीडिया पर शपथ लेते हुए उनकी फोटो खूब वायरल हुई थी। इसके बाद सहारनपुर के इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद उलेमा ने इस पर नाराजगी जाहिर की थी और नुसरत जहां के विरुद्ध फतवा जारी किया था।

इतना ही नहीं उन्होंने बंगाल के बशीरहाट से निर्वाचित टीएमसी सांसद नुसरत जहां के हिंदू लड़के से विवाह करने पर और उसके साथ मंगलसूत्र पहनने पर ऐतराज जताया था। हाल ही में कोलकाता के बिजनसमैन निखिल जैन से नुसरत जहां ने शादी की है और शादी के उपरांत सांसद नुसरत जहां संसद में शपथ लेने पहुंची थीं जिसके बाद से यह विवाद शुरू हो गया।

GO TOP