पूर्व राष्ट्रपति, वरिष्ठ नेता और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी ने 2019 के लोकसभा चुनाव सफलता पूर्वक संपन्न कराने पर चुनाव आयोग की प्रशंसा की है। नई दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन समारोह में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि देश के प्रथम चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन से लेकर आज तक के सभी चुनाव आयुक्तों ने काफी अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि तीनों आयुक्तों को कार्यपालिका के द्वारा नियुक्त किया जाता है और वे सभी अपना काम बेहतर तरीके से कर रहे हैं।
प्रणब मुखर्जी ने विपक्ष को चुप करते हुए कहा, “आप उनकी आलोचना नही कर सकते। यह चुनाव का सही रवैया है।” प्रणब मुखर्जी का यह बयान उस समय आया है जब कांग्रेस और अन्य प्रमुख विपक्षी पार्टियाँ चुनाव आयोग पर पक्षपात करने के आरोप लगा रही हैं।
इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यदि हम अपने देश के संस्थानों को मज़बूत बनाना चाहते हैं तो हमें यह बात ध्यान में रखना चाहिए ये संस्थान अपना काम बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि देश में लोकतंत्र को सफलता मिली है तो इसका कारण यह है की यहाँ पर चुनाव आयोग के द्वारा चुनावों को एकदम सही तरीके से संपन्न कराया गया है।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि इन संस्थानों में कोई दोष नहीं है, ये संस्थान कई सालों में निर्मित हुए हैं। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है बुरे लोग ही इस बारे में विवाद करेंगे। अच्छे लोगों को पता होता है कि इन संस्थानों का कैसे बेहतर उपयोग करना है।”
राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर मोदी और भाजपा पर विशेष मेहरबानी के आरोप के एक दिन बाद प्रणब मुखर्जी का यह बयान सामने आया है। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि इलेक्टोरल बांड्स, ईवीएम, इलेक्शन के शेड्यूल से छेड़खानी, नमो टीवी, मोदी आर्मी और केदारनाथ सभी को लेकर आयोग मोदी पर मेहबारन रहा और उनसे अपने ज़िम्मेदारियों का समर्पण कर दिया है। रविवार को अंतिम चरण के मतदान संपन्न हो जाने के बाद राहुल गाँधी ने ट्विटर पर लिखा कि चुनाव आयोग डरावना और सम्माननीय था, लेकिन अब नहीं।
पूरे आम चुनावों के द्वारा विपक्ष के कई नेताओं ने चुनाव आयोग पर भाजपा के प्रति नरमी दिखाने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग पर ऊँगली उठाने के मामले में तृममूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और तेलुगु देसम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू का नाम भी आया।