इस बार के लोकसभा चुनाव में कई फिल्म अभिनेत्री और मॉडल भी चुनकर संसद में पहुंची है। इनमें से एक है नुसरत जहाँँ जो संसद भवन में शपथ लेने के बाद से ही चर्चा में है। उन्होंने चुनाव ख़त्म होने के बाद हिन्दू रीतिरिवाज से कलकत्ता के एक व्यापारी निखिल जैन से शादी की है। नुसरत जहाँ हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार, हिंदुओं के पारंपरिक परिधान में संसद भवन पहुंची थी और वन्दे मातरम बोल कर अपनी शपथ को पूरा किया था। इसके बाद से ही इस्लामी धर्म गुरुओं ने उनके इस आचरण को इस्लाम के खिलाफ बताया। यहाँ तक कि इन धर्म गुरुओं ने उनके खिलाफ फतवा भी जारी कर दिया था।
इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय संस्था इस्कॉन द्वारा आयोजित होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में इस बार सांसद नुसरत जहाँ को मुख्य अतिथि के रूप में निमंत्रण दिया है। इस यात्रा का प्रारम्भ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी और नुसरत जहाँं को बतौर मुख्य अतिथि इसमें आमंत्रित किया गया है। ग़ौरतलब है कि कोलकाता में होने वाली भगवान जगन्नाथ की यह रथ यात्रा 4 जुलाई से प्रारम्भ होगी।
Thank You @iskconkolkata for the invite. It would be my pleasure to be associated with this inclusive event. https://t.co/GyzY03JyHA
— Nusrat (@nusratchirps) July 2, 2019
अंतरराष्ट्रीय संस्था इस्कॉन के प्रवक्ता से जब पूछ गया कि नुसरत को मुख्य अतिथि के रूप में क्यों आमंत्रण दिया गया है तो प्रवक्ता ने बताया कि "हम सभी धर्मों को मानने वाले लोग हैं। नुसरत के विचार हमारे विचारों से मिलते हैं। वह भी सभी धर्मों का आदर करती हैं। ऐसे में एक नए राजनेता के रूप में वह निश्चित ही आज के युवाओं को अपने विचारों से प्रभावित करेंगी। यही सोचकर हमने उन्हें यह निमंत्रण दिया है।"
जब नुसरत के पहनावे को लेकर उनके खिलाफ फतवा जारी किया गया तो उनके साथ उनकी दोस्त मिमी चक्रवर्ती भी खड़ी थी। इस पूरे मसले पर उन्होंने बयान दिया कि "मैंने अपनी दोस्त का समर्थन किया है और आगे भी ऐसा करती रहूँगी, चाहे वह सिंदूर लगाएं या चूड़ा पहनें। हर किसी की व्यक्तिगत जिंदगी का सम्मान होना चाहिए। हमें तो जींस पहनने के लिए ट्रोल कर दिया गया था। महिलाओं को सम्मान दिया जाना चाहिए और हम भारत का प्रतिनिधित्व करतीं हैं।"