सिद्धू की पत्नी ने अमृतसर सीट से टिकट नहीं देने पर पंजाब के मुख्यमंत्री और प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया

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Nikhil Talwaniya
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सिद्धू की पत्नी ने अमृतसर सीट से टिकट नहीं देने पर पंजाब के मुख्यमंत्री और प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया

लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण के चुनाव 19 मई को होने है जिसमे पंजाब के 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होने वाली है। इसके लिए चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम 5 बजे तक समाप्त हो जायेगा।पंजाब के अमृतसर से सीट कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को टिकट नहीं मिली है। जिसका जिम्मेदार उन्होंने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब की प्रभारी आशा कुमारी को बताया है।

नवजोत कौर ने कहा कि, 'मैंने अमृतसर के अतिरिक्त किसी और सीट के विषय में चर्चा ही नहीं थी, आशा कुमारी जी ने मुझे कहा कि मेरी छवि दशहरा हादसे के कारण धूमिल हो गयी है। अमृतसर मेरी गृह सीट है, यह बिलकुल सही नहीं है मुझे बठिंडा से चुनाव लड़ने को कहा जाए जहाँ मैं किसी को जानती नहीं हूँ।

कौर ने आगे कहा कि, 'मैं अमृतसर से चुनाव लड़ना चाहती थी, परन्तु मुझे टिकट देने से इंकार कर दिया गया। मुझे टिकट नहीं दिए जाने के पीछे अमरिंदर सिंह जिम्मेदार हैं।' वह चंडीगढ़ से भाजपा उम्मीदवार किरण खेर के विपक्ष में चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं।

नवजोत कौर ने 14 मई की खबर के अनुसार कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने गृह राज्य में पार्टी के लिए प्रचार नहीं करने के लिए बोला है। उस समय खबरे थी कि सिद्धू की सेहत को देखते हुए उन्हें प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। परन्तु इसके विपरीत पंजाब में प्रचार करने की अनुमति नहीं देने के लिए उनकी पत्नी ने सिद्धू को पार्टी की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी को इसका जिम्मेदार बताया है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि, 'कैप्टन साहब छोटे कैप्टन हैं और राहुल गांधी सबसे बड़े कैप्टन हैं और उन्होंने सिद्धू जी को अन्य राज्यों में जिम्मेदारी सौंपी है और नवजोत वहां चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।’ नवजोत कौर ने यह भी कहा कि, 'जब कैप्टन साहब और आशा कुमारी दोनों  ने मिलकर सभी सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का उत्तरदायित्व लिया है, तो फिर पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए नवजोत की क्या आवश्यकता है?'

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