राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: अंधाधुन, पैडमैन, उरी, पद्मावत समेत कई फिल्मों को मिले पुरस्कार

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Prabhat Sharma
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राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: अंधाधुन, पैडमैन, उरी, पद्मावत समेत कई फिल्मों को मिले पुरस्कार

फिल्म बनाने के मामले में भारत दुनिया का अग्रणी देश है। दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में भारत में ही बनती है। अगर भारतीय फिल्म पुरस्कारों की बात करें तो सभी पुरस्कारों में सबसे ज्यादा महत्व राष्ट्रीय पुरस्कार रखता है। आज ही राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा की गई है।

वैसे पारंपरिक तौर पर हर साल राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा अप्रैल महीने में की जाती है पर इस साल जैसा की आपको पता है की लोकसभा चुनावों की वजह से इस तरफ ज्यादा व्यस्तता थी तो पुरस्कारों की घोषणा समय पर नहीं हो पाई। बता दें की आज 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई है।

प्रत्येक वर्ष अलग अलग भाषाओं में बनी भारतीय फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाते हैं।इसमे बेस्ट फिल्म, बेस्ट निर्देशन, बेस्ट प्रोडक्शन, सामाजिक संदेश, गायक, गीत और गीतकार आदि की श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं। इस साल मुख्य रूप से आयुष्मान खुराना और तब्बू अभिनीत फिल्म अंधाधुन को बेहतरीन हिंदी फिल्म का अवॉर्ड से नवाजा गया है जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। इसके अलावा उरी, पैडमैन, पद्मावत, बधाई हो, KGF आदि फिल्मो को अलग अलग वर्गों में पुरस्कार दिए गए। आइये देखते हैं राष्ट्रीय पुरस्कारों की पूरी सूची।

बेस्ट एक्टर: आयुष्मान खुराना (अंधाधुन) विक्की कौशल (उरी)

बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर: अरिजीत सिंह, फिल्म: 'पद्मावत'

बेस्ट पॉपुलर फिल्म: 'बधाई हो'

सोशल इश्यू बेस्ड बेस्ट मूवी: 'पैडमैन'

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर: शिवानंद किरकिरे (चुंबक)

बेस्ट साउंड डिजाइन: बिश्वदीप दीपक, फिल्म: 'उरी'

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: सुरेखा सीकरी, फिल्म: 'बधाई हो'

बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर: संजय लीला भंसाली, फिल्म: 'पद्मावत'

बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स: 'KGF' और 'Awe'

बेस्ट कोरियोग्राफर: क्रूति महेश मिद्या, फिल्म: 'पद्मावत' (घूमर गाना)

मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट: उत्तराखंड

बेस्ट फिल्म क्रिटिक: ब्ले जानी और अनंत विजय

बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर: बिंदू मालिनी, कन्नड़ फिल्म: नितिचारमी (Nithicharami)

नॉन फिक्शन फिल्में:

स्पेशल मेंशन अवॉर्ड- महान हुतात्मा- सागर पुराणिक

ग्लो वॉर्म इन ए जंगल- रमण दुंपाल

लड्डू- समीर साधवानी और किशोर साधवानी

बेस्ट नरेशनमधुबनी- द स्टेशन ऑफ कलर

आवाज- दीपक अग्निहोत्री, उर्विजा उपाध्याय

बेस्ट म्यूजिकफिल्म- ज्योति- डायरेक्टर केदार दिवेकर

बेस्ट ऑडियोग्रफीचिल्ड्रेन ऑफ द सॉइल- बिश्वदीप चटर्जी

बेस्ट लोकेशन साउंडद सिक्रेट लाइफ ऑफ फ्रॉग्स- अजय बेदी

बेस्ट सिनमैटॉग्रफी- द सिक्रेट लाइफ ऑफ फ्रॉग्स - अजय बेदी और विजय बेदी

बेस्ट बीट डायरेक्शन- अई शपथ- गौतम वजे

बेस्ट फिल्म ऑन फैमिली वैल्यु- चलो जीते हैं- मंगेश हडावले

बेस्ट शॉट फिक्शन फिल्म- कासव- आदित्य सुभाष जंभाले

सोशल जस्टिस फिल्म- व्हाइ मी- हरीश शाह

सोशल जस्टिस फिल्म- एकांत- नीरज सिंह

बेस्ट इन्वेस्टिगेटिव फिल्म- अमोली- जैसमिन कौर और अविनाश रॉय

बेस्ट स्पोर्ट्स फिल्म- स्विमिंग थ्रू द डार्कनेस- सुप्रियो सेन

बेस्ट एजुकेशनल फिल्म- सरला विरला- एरेगोड़ा

बेस्ट फिल्म ऑन सोशल इशू- ताला ते कूंजी- शिल्पी गुलाटी

बेस्ट एनवायरन्मेंटल फिल्म- द वर्ल्ड्स मोस्ट फेमस टाइगर- सुबिया नालामुथु

बेस्ट प्रमोशनल फिल्म- रीडिस्कवरिंग जाजम- अविशान मौर्य और कृति गुप्ता

बेस्ट प्रमोशनल फिल्म- रीडिस्कवरिंग जाजम- अविशान मौर्य और कृति गुप्ता

बेस्ट आर्ट्स ऐंड कल्चरल फिल्म- बुनकर: द लास्ट ऑफ द वाराणसी वीवर्स- सत्यप्रकाश उपाध्याय

बेस्ट डेब्यू नॉन-फीचर फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर- फलूदा- साग्निक चटर्जी

बेस्ट नॉन-फीचर फिल्म (शेयर्ड)- सन राइज - विभा बख्शी

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