कश्मीर का माहौल दिन व दिन ख़राब होता जा रहा है। कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षाबलों तैनाती से वहां सियासी गरमा गर्मी बढ़ गई है। अफवाहें हैं कि आने वाले दिनों में कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था दोनों ही खराब होने वाली है। कश्मीर के राजनीतिक दल इन सब के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हाल ही में एक और अफ़वाह ने जन्म ले लिया है जिसमे बडगाम में रेलवे सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने एक पत्र द्वारा यह लिखकर कर्मचारियों से कहा है कि लंबे समय तक कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है इसलिए ज़रुरी राशन जमा कर ले और अन्य आवश्यक कदम उठाने को भी कहा है। ग़ौरतलब है कि रेलवे ने इस पत्र के सम्बन्ध में सफाई दी है कि पत्र का कोई आधार नहीं है।
रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स का यह पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पत्र में लिखा है कि कश्मीर में आने वाले तीन से चार महीने में कानून एवं व्यवस्था खराब हो सकती है। इसलिए 4 महीने का राशन एडवांस में खरीद ले। यह भी कहा गया है कि स्टाफ को पूरे सामान सहित पिट्ठू बैग तैयार रखने, 7 दिनों के लिए पानी स्टोर करने, रेलवे के पास भीड़ को न आने देने, गाडि़यों में पेट्रोल भरवा कर उन्हें गैराज में पार्क करने, सहित अपने परिजनों को कश्मीर में ठहरने न देने जैसी बातों का उल्लेख किया गया है।
इस पत्र के बाद संबंधित विभागों में खलबली मची हुई है। इसके बारे में रेलवे ने अपनी बात रखी और स्पष्ट किया है कि इस पत्र का कोई आधार नहीं है और इसे जारी करने का भी किसी भी अधिकारी के पास कोई अधिकार नहीं है।
रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता ने स्पष्ट कहा कि वरिष्ठ संभागीय सुरक्षा आयुक्त से एक पद नीचे के अधिकारी द्वारा यह पत्र बिना किसी अधिकार के भेजा गया है। हालाँकि ये अधिकारी 26 जुलाई से 1 साल के अध्ययन अवकाश पर गये हुए है।