कर्नाटक के विधायक लगातार विवादों को हवा देते रहते हैं। इसी कड़ी में बुधवार को JD(S) के विधायक और कर्नाटक सरकार में पर्यटन मंत्री सा रा महेश ने एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किया। पर्यटन मंत्री का भोंडापन तब सामने आया जब उन्होंने टुमकुरु की पुलिस अधीक्षक दिव्या गोपीनाथ को सबके सामने ‘ब्लडी लेडी’ अर्थात ‘खूनी महिला’ कह दिया। पुलिस ने बताया की मंत्री जी ने अपनी रसूख दिखाने के लिए महिला पुलिस अधीक्षक को बुरा भला कहा और रोने के लिए मजबूर कर दिया।
ये पूरा मामला बुधवार का है जब स्वर्गीय शिवकुमार स्वामी का अंतिम संस्कार तुमकुरु के सिद्धगंगा मठ में हो रहा था। इस दौरान कई बड़े नेता भी यहाँ आये थे और सुरक्षा चाक चौबंद थी। पुलिस को हिदायत दी गई थी कि बैरिकेड्स से पब्लिक को न गुजरने दें। इस दौरान एसपी दिव्या भी सुरक्षा व्यवस्था का एक हिस्सा थी। जब मंत्री महेश और दो अन्य कैबिनेट मंत्री वेंकटराव नादगौडा और एसआर श्रीनिवास, भवन में प्रवेश करना चाहते थे, तो एसपी दिव्या ने उन्हें रोका और उनकी आईडी की जांच किए बिना उन्हें भवन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी।
मंत्री महेश से एक सामान्य व्यक्ति की तरह व्यवहार करने पर वे बेहद नाराज हो गए और एसपी दिव्या पर चिल्लाते हुए कहा, “Don’t you know who we are, you bloody lady? We are ministers!”
#BIGNEWS: SP #DivyaGopinath speaks on the incident with Tourism Minister #SaRaMahesh: The issue is not as huge as it is made out to be. pic.twitter.com/DAvk8MZ2Dk
— NEWS9 (@NEWS9TWEETS) January 23, 2019
#BIGNEWS: CM backs minister #SaRaMahesh after the latter was seen pulling up SP #DivyaGopinath for preventing him from entering the old mutt to attend #SiddagangaSeer's funeral. CM said insulting a minister is like insulting govt. He added that it is not a major issue. pic.twitter.com/Lnz6tL0ruA
— NEWS9 (@NEWS9TWEETS) January 23, 2019
एक कर्मठ महिला पुलिस अधिकारी को सिर्फ अपना काम करने के लिए मंत्री के प्रकोप से अपमानित होना पड़ा और एसपी दिव्या के आँखों में आँसू आ गए। इस घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए, मंत्री महेश ने कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की थी। मंत्री ने कहा “मैंने कोई गलती नहीं की है। एसपी ने मेरे सहयोगियों और मुझे प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी।”
भाजपा नेताओं ने महेश के व्यवहार पर सवाल उठाया है, एक महिला अधिकारी का अपमान करने के लिए उनके इस्तीफे की मांग की है। मंत्री महेश को उनके व्यवहार के लिए सोशल मीडिया पर भी ट्रोल किया गया था।