श्रीलंका में पिछले दिनों हुए आतंकी हमले में कई लोगो के मारे जाने के बाद श्रीलंका सरकार ने सुरक्षा की दृष्टि से कड़ा कदम उठाते हुए किसी भी तरह के नक़ाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने यह फैसला लेते हुए कहा कि, “ऐसे कपड़े पहनना जो चेहरे को पूरी तरह से ढकते हों, सोमवार से उनपर प्रतिबंध लगा दिया गया है।”
श्रीलंका द्वारा यह निर्णय लेने के बाद भारत में भी ऐसा ही कुछ करने की मांग होने लगी। शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक संपादकीय में लिखा गया कि श्रीलंका' के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना ने श्रीलंका में हुए बम धमाकों के बाद पूरे देश में बुर्के और नकाब पर पाबंदी लगा दी है। उन्होंने यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए लिया है और प्रधानमंत्री मोदी को भी श्रीलंका के राष्ट्रपति के कदमों पर चलते हुए हिंदुस्तान में ‘बुर्का’और उसी तरह बैन लगा देना चाहिए, साथ ही यह भी लिखा गया की ऐसी मांग राष्ट्रहित के लिए की जा रही है।'
भारत में शिवसेना द्वारा शुरू किये गए इस बहस में फिल्म उद्योग के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने भी टिप्पणी की जिसके बाद विवाद भी सामने आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि 'ना सिर्फ बुर्का बल्कि घूंघट भी बैन होना चाहिए।'
Some people are trying to distort my statement . I have said that may be in Sri Lanka it is done for security reasons but actually it is required for women empowerment . covering the face should be stopped whether naqab or ghoonghat .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 3, 2019
अख्तर के इस बयान पर कई लोगों ने अपनी राय दी है। टिन्नी नाम के एक ट्विटर यूजर ने जावेद अख्तर के इस बयान पर तंज कसते हुए रिप्लाई किया की "घूंघट पहन कर कभी बम्ब धमाका करता पकड़ा गया था कोई???"
घूंघट पहन कर कभी बम्ब धमाका करता पकड़ा गया था कोई??? 🤔🤔🤔🤔
— Chokidar Tinni (@Tinni83586952) May 3, 2019