भारत के नये विदेश मंत्री और पूर्व राजनायिक एस जयशंकर ने गुरुवार को दिल्ली में आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 5 साल में विश्व में भारत का कद बढ़ा है ओर ये बात कई लोगो ने भी मानी है। विदेश मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने भारत में बदलाव की उम्मीद को जीवित रखा है और शायद इसे मजबूत ही किया है। एस जयशंकर को मोदी सरकार द्वारा बहुत अहम जिम्मेदारी और ओदा दिया गया है। एस जयशंकर को भारत का विदेश मंत्री बनाने का भारतीय-अमेरिकियों ने स्वागत किया है।
अमेरिका के टेक्सास में रहने वाले भारतवंशियों ने कहा कि जयशंकर ने अमेरिका के साथ हुए भारत के असैन्य परमाणु करार में अहम भूमिका निभाई थी । मंत्रिमंडल में पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को विदेश मंत्रालय का जिम्मा सौंपे जाने पर भारतीय-अमेरिकियों ने स्वागत किया । विदेश मंत्री ने कहा कि वैश्विक पुनर्संतुलन (Rebalancing) हो रहा है और इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण चीन का उदय तथा कुछ हद तक भारत का उदय है । हम क्षेत्रीय संपर्क परियोजनाओं के माध्यम से क्षेत्र में नजदीकी ला सकते हैं।
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विदेश मंत्री ने कहा कि, “अगर हम आर्थिक विकास को बढ़ावा देना चाहते हैं तो भारतीय विदेश नीति पर इसके बाहरी पहलू पर ध्यान केंद्रित करने की बड़ी जिम्मेदारी है ।” एस जयशंकर 2015-18 के बीच विदेश सचिव के पद पर रह चुके है। उस समय वह भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार पर बातचीत करने वाली भारतीय टीम के प्रमुख सदस्य थे। जयशंकर को चीन और अमेरिका का विशेषज्ञ माना जाता है।
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सेमीनार को सम्बोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि अब विदेश मंत्रालय पर रणनीतिक महत्व वाले कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करने की बड़ी जिम्मेदारी है। जयशंकर ने कहा, “हम क्षेत्रीय संपर्क परियोजनाओं के माध्यम से क्षेत्र में नजदीकी ला सकते हैं।”