बिहार के मुजफ्फरपुर से एक ऐसी तस्वीर आयी है जिसे देखकर किसी पत्थर दिल की आँखों से भी आंसू बह निकलेंगे। इन दिनों असम, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकतर हिस्सों में बाढ़ के कारण लोगों का जीवन बदहाल है। बाढ़ का भयानक रूप उस समय सामने आया जब मुजफ्फरपुर में एक तीन साल के बच्चे की लाश लोगों ने देखी।
मृत बच्चे की पहचान हो चुकी है। वह मुजफ्फरपुर के शीतल पट्टी गाँव के निवासी शत्रुघ्न राम का बच्चा है। बच्चे का नाम अर्जुन बताया गया है। जब अर्जुन की माँ अपने चार बच्चों के साथ बागमती नदी के तट पर कपड़ा धोने के लिए गई तो वहीं पर उनके साथ ये दुर्घटना हुई । बागमती नदी के किनारे खेलते हुए अर्जुन नदी में गिर गया था।
अर्जुन के पानी में गिरते ही उसकी माँ और भाई भी उसे बचाने के लिए पानी में कूद पड़े, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण वे भी डूबने लगे। उनको बचाने के लिए लोग दौड़े। उन्होंने जैसे तैसे अर्जुन की माँ और एक बच्ची को बचा लिया, लेकिन तीन बच्चे अर्जुन, राजा और ज्योति को नही बचाया जा सका। जब अर्जुन के शव को लोगों ने नदी के किनारे पर दिखा तो उनके आंसू निकल आये। देखते ही देखते मासूम अर्जुन के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे।
याद आई मासूम सीरियाई बच्चे की
2015 में एक ऐसे ही बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। तुर्की के एक समुद्री तट पर छोटा सा बच्चा औंधे मुँह पड़ा हुआ मिला था। दुनिया इस बच्चे की दर्दनाक कहानी से स्तब्ध थी। इस तस्वीर ने सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध की भयावहता का बखान किया था।
इन दिनों मुजफ्फरपुर की लखनदेई, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियों का पानी उफान पर है। इसके कारण इनके आसपास के गाँवों के लोगों का जीवन संकट में आ गया है। ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर ऊँचे स्थानों पर जाकर रह रहे हैं। बाढ़ के कारण सड़क पर जीवन काट रहे लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट रहा है। उन्हें अपने जीवन को बचाने के लिए पन्नियों के छप्परों का ही सहारा है। प्रशासन के द्वारा खोले गए राहत शिविर इन लोगों के लिए अपर्याप्त हैं।