आज लोकसभा में जम्मू-कश्मीर की मौजूदा समस्याओं को लेकर प्रस्ताव पेश किए गए। इस पर चर्चा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाने साधे। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ''सीजफायर को वापस कौन लाया? इसके लिए नेहरू जिम्मेदार हैं। उनकी गलती से आज कश्मीर का एक तिहाई हिस्सा (पीओके) पाकिस्तान के कब्जे में है।''
अमित शाह ने जम्मू कश्मीर पर चर्चा करते हुआ कहा की - देश का विभाजन हमने नहीं किया, हम आज भी कहते हैं कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा नहीं होना चाहिए। ये ऐतिहासिक गलती हुई है जिसकी ऊंचाई हिमालय और गहराई सागर जितनी है। ये गलती आपकी पार्टी ने की। उस समय देश के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे उन्होंने इसका बँटवारा किया है। धर्म के नाम पर देश का बँटवारा करना नेहरू की ऐतिहासिक भूल थी।
अमित शाह ने आगे कहा ''आप कहते हैं कि हम लोगों को विश्वास में लिए बिना फैसले लेते हैं। लेकिन तब नेहरू जी ने कश्मीर पर फैसला लेने से पहले गृह मंत्री को विश्वास में नहीं लिया था। अगर उन्होंने गृह मंत्री को विश्वास में लिया होता तो आज कश्मीर का एक तिहाई हिस्सा हमारा होता। इतनी समस्या नहीं आती और आज टेररिज्म का मूल ही ना होता। सरदार पटेल ने हैदराबाद और जूनागढ़ समेत लगभग सभी राज्यों को देश में मिलाने की ज़िम्मेदारी ली थी, आज दोनों राज्य भारत का हिस्सा हैं।''
शाह के इस बयान के बाद कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में खूब हंगामा किया। इस पर शाह ने कहा मैंने जो कहा है सच कहा है।