पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, कराची समुद्र में तेल और गैस की खोज में करोड़ों डॉलर गए बेकार

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पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, कराची समुद्र में तेल और गैस की खोज में करोड़ों डॉलर गए बेकार

समुद्र में तेल और गैस की खोज में निकले पाकिस्तान को एक बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान ने कुल 100 मिलियन डॉलर निवेश करके समुद्र में खुदाई की लेकिन उसे कुछ भी हाथ नही लगा है। देश की बदतर आर्थिक हालात के मद्देनज़र ये पाकिस्तान के लिए एक बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कराची के केकरा-1 में तेल और गैस की खोज के बारे में आश्वस्त थे। अगर पाकिस्तान इस खोज में कामयाब हो जाता तो उसे ऊर्जा ज़रूरतों के लिए दूसरे देशों के भरोसे नही बैठना पड़ता। प्रधानमंत्री के एक खास सहयोगी नदीम बाबर ने स्पष्ट किया है कि उन्हें इस खोज में कुछ हाथ नही लगा है। इस खोज के कारण पाकिस्तान के करोड़ों रूपये भी बर्बाद हो गए हैं।

पिछले 5 वर्षों में पाकिस्तान के आर्थिक हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। पाकिस्तानी रुपया रिकॉर्ड स्तर तक नीचे चला गया है। मुद्रा बाजार में एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 150 रूपये है। भारतीय रूपये की तुलना में पाकिस्तानी रूपये आधा रह गया है। पाकिस्तान में खाने पीने की वस्तुएँ और फल-सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे है। पाकिस्तान के बिगड़ते आर्थिक हालातों को सुधारने के लिए चीन, सऊदी अरब और यूएई ने सहायता की पेशकश की है। इसके अतिरिक्त आईएमएफ भी पाकिस्तान को कर्ज देने की मंशा बना चुका है।

कराची के तट के पास केकरा-1 ( इंडस जी-ब्लॉक ) में 5500 मीटर तक खुदाई का कार्य किया गया था, लेकिन इसमें कोई सफलता प्राप्त नही होने के कारण खुदाई का काम रोक दिया गया है। खुदाई के इस काम में यूएस की एक्सोन मोबिल और इटली की ईएनआई के साथ अन्य कंपनियां भी शामिल थी। इस प्रोजेक्ट में सभी कंपनियों की साझेदारी 25-25 फ़ीसदी थी। ग़ौरतलब है कि पाकिस्तान अपनी ज़रूरतों के लिए 85 फ़ीसदी तेल विदेशों से आयात करता है, इसलिए इस प्रोजेक्ट की असफलता उसका मनोबल तोड़ देने वाली है।

कराची के समुद्र में लगभग 280 किलो मीटर के क्षेत्र में इस साल 13 जनवरी से खुदाई हो रही है। केकरा में बॉम्बे हाई की तर्ज पर भारी मात्रा में तेल और प्राकृतिक गैस होने का अनुमान लगाया गया था। इस प्रोजेक्ट में असफलता मिलने पर अधिकारियों ने कहा कि तेल और गैस का क्षेत्र हमेशा हाई रिस्क और हाई रिवॉर्ड वाला होता है। इसमें कभी बम्पर सफलता मिलती है तो कभी-कभी भारी नुकसान भी वहन करना पड़ता है। बॉम्बे हाई में भी 40 कोशिशों के बाद सफलता मिली थी। यहाँ से प्रतिदिन लगभग 3,50,000 बैरल कच्चा तेल निकाला जाता है।

पाकिस्तान के फेडरल मिनिस्टर फॉर मेरीटाइम अफेयर्स सैयद अली हैदर जैदी ने कहा है कि सरकार तेल की अपनी खोज को जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने तेल और गैस की खोज के लिए 18 बार प्रयास किये हैं। ग़ौरतलब है कि भारत को तेल की खोज में 43वीं बार में सफलता मिली थी। लीबिया को 58 वीं बार तथा नार्वे को 78 वीं बार खोज करने पर सफलता मिली थी।

पाकिस्तान की तेल और गैस की खोज की इस असफल कोशिश के कारण पाकिस्तानी विपक्षी पार्टियाँ सरकार को घेरने का मन बना रही हैं। पूरा विपक्ष पाकिस्तान के बिगड़े आर्थिक हालात और रूपये की गिरती हालत के कारण इमरान सरकार दोषी ठहरा रहा है।

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