उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में यूनिवर्सिटीज के संचालन के लिए अम्ब्रेला एक्ट लाने जा रही है जिसके प्रावधानों से प्रदेश की उच्च शिक्षा व्यस्था सुदृढ़ होगी। इस एक्ट में कई प्रावधान हैं जैसे इससे प्रदेश में चल रहे सभी 27 निजी यूनिवर्सिटीज एक ही अधिनियम के अंतर्गत चलेगी जो अब तक अपनी अपनी अलग अधिनियम के अनुसार चला करती थी। इसके साथ साथ इस एक्ट से यूनिवर्सिटीज में छात्रों द्वारा किये जाने वाले देश विरोधी हरकतों पर भी रोक लग जायेगी।
बता दें की योगी सरकार देशद्रोहियों के खिलाफ काफी सख्त है और इसी कारण जब सरकार ने अंब्रेला एक्ट बनाया है। छात्र राजनीति के नाम पर यूनिवर्सिटीज में जो देश विरोधी हरकतें देखी जाती हैं उसे इस अम्ब्रेला एक्ट से रोका जाएगा। योगी सरकार ने इस एक्ट से जुड़े अध्यादेश को लाया है और अब विधानसभा में रख कर राज्यपाल के पास भेजने की तैयारी चल रही है।
जब यह एक्ट लागू हो जाएगा तब प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटीज को लिखित में एक हलफनामा देना होगा की उनके कैंपस के अंदर किसी प्रकार की कोई राष्ट्र विरोधी हरकत नहीं होंगी, और अगर हुई तो क़ानून इसके खिलाफ कार्यवाही करेगा।
बता दें की देशद्रोहियों के खिलाफ बने इस एक्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विरोध जताया है। अखिलेश से दो कदम आगे बढ़ते हुए कांग्रेस पार्टी ने तो इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर प्रहार बताते हुए इसका विरोध किया है। अगर बात अखिलेश यादव की करें तो उनके पास इस एक्ट का विरोध करने के लिए कोई तर्क नहीं था तभी उन्होंने इस पर बात करते हुए कह दिया की इस एक्ट के आने से प्रदेश में निवेश की संभावना कम हो जायेगी।
बहरहाल योगी सरकार का कहना है कि प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों को और बढ़ावा देने में यह एक्ट मददगार होगा साथ ही साथ इससे निजी विश्वविद्यालयों में शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता में इज़ाफा होगा।