चाहे राजनीति से जुड़े नेता हो या आम जनता अपनी किस्मत को मजबूत बनाना तो हर कोई चाहता ही है बात जब अगर सत्ता से जुडी हो तो उसे पाने में आने वाली अडचनों को दूर करने के लिए सभी तैयार रहते है उसके लिए चाहे कितने ही प्रयास क्यों न करने पड़े। किस्मत से जुड़े खेल में अभी तक आपने लकी पर्सन, लकी कलर या लकी नंबर आदि के बारे में तो सुना होगा पर आज हम आपको एक “लकी कुर्सी” के बारे में बता रहे है। ये “लकी कुर्सी” बीजेपी के लिए बहुत ही भाग्यशाली मानी जाती है।
बीजेपी नेताओ का ऐसा मानना है की जब भी नरेंद्र मोदी इस “लकी कुर्सी” पर बैठे है तब-तब भाजपा कानपुर के आसपास की सीटें तो जीती ही है, साथ ही केंद्र और प्रदेश में भी पार्टी को अभूतपूर्व सफलता मिली है। साधारण सी दिखने वाली एक 'लकड़ी की कुर्सी' जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए 2014 में भाग्यशाली साबित हुई। यह “लकी कुर्सी” भारतीय जतना पार्टी के लिए बहुत मायने रखती है। एक बार फिर इस कुर्सी को चुनाव के लिए निकाल लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 8 मार्च की रैली के लिए एक बार फिर इसे रंग-रोगन कर तैयार किया जा रहा है और भाजपा नेताओं की इच्छा है कि प्रधानमंत्री मोदी फिर इसी कुर्सी पर बैठे और एक बार फिर केंद्र में मोदी की सरकार बने। भाजपा नेताओ की माने तो 19 अक्टूबर 2013 को इंदिरा नगर मैदान में की थी, तब इस कुर्सी पर वह पहली बार बैठे थे।
इसके बाद अप्रैल 2014 में कोयला नगर में लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी रैली एक बार फिर कानपुर के कोयला नगर मैदान में हुई तो फिर नरेंद्र मोदी इसी कुर्सी पर बैठे। सितंबर 2016 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले निराला नगर मैदान में एक चुनावी सभा के दौरान भी मोदी जी इसी कुर्सी पर बैठे थे और 2017 में उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनी थी। तभी से भाजपा नेताओ का मानना है की जब जब मोदी जी इस कुर्सी पर बैठते है तो प्रदेश में भाजपा भारी बहुमत से आती है।