पश्चिम बंगाल: 10वीं की टेस्ट परीक्षा में पूछा 'जय श्री राम नारे के दुष्परिणाम' पर सवाल, हुआ बवाल

Go to the profile of  Prabhat Sharma
Prabhat Sharma
1 min read
पश्चिम बंगाल: 10वीं की टेस्ट परीक्षा में पूछा 'जय श्री राम नारे के दुष्परिणाम' पर सवाल, हुआ बवाल

पश्चिम बंगाल में जय श्री राम के नारे को लेकर विवाद चल रहा है। इसी के चलते पश्चिम बंगाल में एक और मामला सामने आया है। यह मामला कोलकाता से 55 किमी दूर स्थित हुगली जिले के अकना यूनियन हाई स्कूल का है। स्कूल की कक्षा 10वीं के एक टेस्ट परीक्षा में ऐसे सवाल पूछे गए जिनको लेकर बवाल हो रहा है।

इन पूछे गए प्रश्न में पहला सवाल था "जय श्री राम का नारा किस तरह समाज में खलल डाल रहा है और उसके क्या दुष्प्रभाव हैं"? और दूसरा सवाल था "कट मनी लौटाने से लोगों को क्या फायदा होगा" बता दे कि ये सवाल बंगाली पेपर में पूछे गए थे।  

यह टेस्ट 5 अगस्त को दसवीं कक्षा के स्टूडेंट्स के बीच हुआ था। इस टेस्ट में छात्रों को दो टॉपिक दिए गए और कहा गया था कि वे इन दोनों में से किसी भी एक टॉपिक पर 'अखबार के लिए एक रिपोर्ट' लिखें। ये टॉपिक थे 'जय श्री राम का जप करने वाले समाज पर हानिकारक प्रभाव' और 'सरकार के साहसिक कदम' कटे हुए पैसे को वापस करके भ्रष्टाचार को रोकना।'

रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों को प्रश्न का उत्तर 150 शब्दों में देने के लिए कहा गया था। शिक्षक रोहित ने इसके लिए स्वीकार किया कि इन दोनों प्रश्नों का चुनाव करना एक गलत निर्णय था बांग्ला भाषा के शिक्षक सुभाशीष घोष ने इन सवालों का चयन किया था। उन्होंने कहा कि 10वीं के छात्रों के लिए चुने गए सवालों की जानकारी मुझे नहीं थी। हालाँकि घोष ने इस विषय में कुछ भी कहने से मना कर दिया।  

गुरुवार को इस मसले पर स्कूल के प्रभारी शिक्षक रोहित कुमार पायने ने बताया कि जब 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए टेस्ट चल रहा था, तो इन सवालों पर स्कूल के अधिकारियों ने गौर किया। दोपहर 2 बजे परीक्षा शुरू हुई थी और 3.45 बजे ख़त्म होने वाली थी। जब हमें इसके बारे में जानकारी हुई तो उस समय सिर्फ 5 मिनट बचे थे। इसलिए पहले ही कई छात्रों ने इसके उत्तर लिख दिए थे। फिर हमने इन दो सवालों को रद्द कर दिया। इतना ही नहीं यह फैसला भी किया गया कि समस्त छात्रों को औसत रूप से इसके लिए अंक दिए जाएंगे। वो छात्र भी इनमें सम्मिलित होंगे जिन्होंने इसके उत्तर नहीं लिखे थे।

GO TOP