अमेठी: इंदिरा गांधी द्वारा अमेठी को दिए अस्पताल में राजनीति के चलते गई पीड़ित की जान

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Nikhil Talwaniya
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अमेठी: इंदिरा गांधी द्वारा अमेठी को दिए अस्पताल में राजनीति के चलते गई पीड़ित की जान

अमेठी के मुंशीगंज में स्थित संजय गांधी अस्पताल एक बड़े विवाद में घिर गया है। इस अस्पताल से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। कुछ समय पहले इस अस्पताल में एक बीमार गरीब व्यक्ति अपना इलाज करवाने के लिए आया था। आर्थिक समस्यों के चलते वह अस्पताल में राशि नहीं दे सकता था इसलिए उसने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का कार्ड दिखाकर इलाज करवाना चाहा परन्तु वहां के डॉक्टर्स ने उसका इलाज करने से मना कर दिया था जिसके कारण मरीज की मृत्यु हो चुकी है। बता दे कि कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गाँधी इस अस्पताल की ट्रस्टी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह अस्पताल इंदिरा गांधी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के तहत आता है। संजय गांधी अस्पताल की वेबसाइट के मुताबिक, पूर्वी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस अस्पताल को अमेठी की जनता को समर्पित किया था। वहां मौजूद डॉक्टर्स ने उस मरीज को अस्पताल से यह कहकर भगा दिया “ये मोदी-योगी का आयुष्मान कार्ड यहां नहीं चलता है, ये कांग्रेस का है, ये राहुल गांधी का अस्पताल है।

मृतक के परिवार के मुताबिक उन्होंने इलाज के लिए हाथ पैर भी जोड़े लेकिन डॉक्टर ने मना कर दिया। मृतक के परिवार वालो ने संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टर सिद्धार्थ पर आरोप लगते हुए कहा है की राजनीति के कारण मरीज का इलाज ठीक से नहीं किया था। उन्होंने आयुष्‍मान कार्ड पर दिए हेल्पलाइन नंबर पर भी सम्पर्क किया लेकिन कुछ हुआ नहीं। जिसके बाद 26 अप्रैल को मरीज मौत हो गई।

इस मामले को लेकर पीएम नरेंद मोदी और स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को लेकर जमकर हमला किया है। अब इस पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन ने भी अपना रिएक्शन दिया है. अस्पताल प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और भाजपा उम्‍मीदवार स्मृति ईरानी के आरोपों को अस्‍पताल प्रशासन ने पूरी तरह निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया है।

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