शंघाई सहयोग सम्मेलन में भाग लेने गए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया। क्षेत्र में भारत के बढ़ते हुए कद और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में उसके महत्व के चलते शंघाई सहयोग संगठन के सभी देश भारत को बहुत सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। बिश्केक में हुए इस शिखर सम्मेलन में विश्व की महाशक्तियां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रही थीं। प्रधानमंत्री मोदी का कद इस बात से भी आँका जा सकता है कि उनके लिए खुद किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने छाता पकड़ा।
प्रधानमंत्री मोदी को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। इसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी अंदर जाने के लिए चले तो उन्हें धूप से बचाने लिए किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सोरोनबे जेनेबकोव ने खुद उनके लिए छाता पकड़ा। किर्गिस्तान में रात्रिभोज के दौरान प्रधानमंत्री के लिए विशेष शाकाहारी व्यंजन भी तैयार किया गया था।
ये पहली बार नही है जब किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में छाता पकड़ा हो, कुछ दिन पहले ही जब मोदी श्रीलंका के दौरे पर थे तब वहां के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन ने भी उनके लिए छाता पकड़ा था। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने स्वयं प्रधानमंत्री मोदी के साथ छाता पकड़े हुए अपनी फोटो ट्विटर पर शेयर की थी। जब वे दोनों गुजर रहे थे तो अचानक बारिश शुरू हो गई, जिसके कारण सिरिसेन ने छाता खोल लिया और वे पीएम मोदी के साथ चलने लगे।
शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश रवाना हो गए हैं। इस सम्मेलन में सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग, संपर्क, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा और आतंकवाद के मसले पर सभी राष्ट्रों के एक साथ आने की अपील की और कहा कि आतंक को आर्थिक मदद उपलब्ध कराने वालों को ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। शंघाई सहयोग संगठन का अगला शिखर सम्मेलन 2020 में रूस के चेल्याबिंस्क में होगा।