चीन में अभी हांगकांग को लेकर एक गृहयुद्ध चल रहा है। इस समस्या को सुलझाने के लिए चीन ने अपनी सेना को लगा दिया है। चीन ने सन 1997 में ब्रिटेन से हांगकांग को अपने कब्जे में लिया था। अब यहाँ की जनता भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रही है। यह विरोध प्रदर्शन हांगकांग के एयरपोर्ट पर हो रहा है और इसे रोकने के लिए चीन ने हांगकांग प्रशासन को इन लोगों पर सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया है। इस मसले पर अमेरिका, भारत सहित कई देशों ने अपने लोगों के लिए एडवाइज़री जारी की है।
दरअसल हांगकांग में कुछ समय पहले प्रदर्शन प्रत्यर्पण बिल आया है जिसके कारण "अगर कोई भी चीनी व्यक्ति चीन में अपराध करके हांगकांग में आता है तो उसे पूछताछ के लिए वापस चीन में ले जाया सकता है।” इस बिल के विरोध में ये लोग पिछले कई हफ़्तों से प्रदर्शन कर रहे है। यह प्रदर्शनकारी एयरपोर्ट पर इसलिए धरना दे रहे हैं ताकि कोई भी व्यक्ति न तो हांगकांग से बाहर जा सके और नहीं अंदर आ सके। हांगकांग के इस एयरपोर्ट से प्रतिदिन लगभग 2 लाख से अधिक यात्री सफर करते है और इन प्रदर्शनकारियों के कारण अब 300 फ्लाइट रद्द करनी पड़ चुकी है।
इस प्रदर्शन के हिंसक होते ही हांगकांग के प्रशासन को चीन ने सख्त चेतावनी दी है की वे जल्द ही इसे खत्म करवाए। चीन ने सैन्य बल इस्तेमाल करने की धमकी देते हुए हांगकांग और चीन की सीमा पर अपने बख्तर बंद गाड़ियों को भी तैनात कर दिया है। चीन ने प्रदर्शनकारियों को गुंडा करार दिया है और इस प्रदर्शन की तुलना आतंकवाद फैलाने से कर दी है।