दुनिया का पहला Iskcon मंदिर भारत में नहीं बल्कि विदेश में बना था, देखें तस्वीरें

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Nikhil Talwaniya
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दुनिया का पहला Iskcon मंदिर भारत में नहीं बल्कि विदेश में बना था, देखें तस्वीरें

भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाई जा रही है। हिन्‍दू मान्‍यताओं के अनुसार सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्‍णु के आठवें अवतार श्रीकृष्‍ण के जन्‍मोत्सव को जन्‍माष्‍टमी के रूप में मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है जन्माष्टमी को भारत के अलावा विदेश में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। दुनिया का पहला इस्कॉन मंदिर भारत में नहीं बल्कि विदेश में बनाया गया था।

आज दुनिया भर में करीब 400 से ज्यादा इस्कॉन मंदिर हो चुके है लेकिन दुनिया के पहले इस्कॉन मंदिर का निर्माण न्यूयॉर्क में 1966 में हुआ था। इस मंदिर की स्थापना श्री अभय चरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने 13 जुलाई 1966 में किया था।

Iskcon का पूरा नाम International Society for Krishna Consciousness है। जिसे हिंदी में अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ या इस्कॉन कहा जाता है।

बता दें की श्रीकृष्ण के संदेश को पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए इस इस्कॉन मंदिर की स्थापना की गई थी। इन मंदिरों का एक अलग ही जादू है जो भक्तों को अपनी और आकर्षित करता है।

भारत के साथ साथ विदेश में भी लोग श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबे हुए है। यहाँ विदेशी महिलायें साड़ी पहने और बिंदी लगाकर मंदिर आते और पुरुष धोती कुरता पहन कर कृष्ण की पूजा करते है। इस मंदिर का पावन भजन "हरे रामा हरे रामा कृष्णा" है। जिसे विदेश के लोग भी गाते हैं।

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