जाने बालाकोट एयर स्ट्राइक का सच

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Nikhil Talwaniya
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जाने बालाकोट एयर स्ट्राइक का सच

पुलवामा हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच जंग रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। बॉर्डर पर रोज ही भारत और पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग हो रही है। रोज किसी न किसी आतंकवादी या जवान के मरने की खबर आ रही है। अभी हाल ही में पुलवामा के त्राल में एक मुठभेड़ के दौरान जैश के तीन आतंकियों को मार गिराया है। जिसमे पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड भी मारा गया है। जिसका नाम मुदस्सिर अहम खान बताया जा रहा है।

बालाकोट हमले में मारे गए आतंकियों को लेकर हर कोई बवाल कर रहा है। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट ने खुलासा किया है की आईएएफ ने जैश के इन ठिकानों पर हमले के लिए पांच दिनों तक निगरानी की थी। जिसमे मालूम पड़ा की आतंकी ठिकानो में कुल 263 आतंकी मौजूद थे। रिपोर्ट के मुताबिक जैश के इस प्रशिक्षण केंद्र पर 18 सीनियर कमांडर भी मौजूद थे। यह सीनियर आतंकी दूसरे आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहे थे। भारतीय वायुसेना ने चार मिसाइलों के जरिए इन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था और इसमें वो सफल भी रही थी।

हाल ही में रिपब्लिक वर्ल्ड मीडिया के मुताबिक उनके पास एक ऑडियो टेप आया जिसमे गवाह ने बताया की आखिरकार वंहा हुआ क्या था। गवाह ने कहा ने यहाँ मरने के वालो की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन पकिस्तान सेना ने पुरे इलाके को घेर लिया था। वो लोगो धमका रहे थे उनके मोबाइल फ़ोन छीन लिए गए और वंहा इंटरनेट की सेवाएं बंद करा दी गई थी। ताकि कोई फोटो या वीडियो नहीं दाल दे। जिसके बाद सेना ने घायल आतंवादियों के लिए डॉक्टर को भी नहीं बुलाया। वंहा बड़ी संख्या में वही पेट्रोल डालकर शवों को जला दिया गया।

इसके अलावा बचे हुए आतंकियों के शवों को बांध के नदी में फेक दिया गया ताकि कोई सबूत नहीं रहे। मारे गए ज्यादातर आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे। भारतीय वायुसेना की हमले से बचे लोगों को वजीरिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर भेज दिया गया है। आतंवादियों के पास अब छुपने के लिए ठिकाने ज्यादा नहीं बचे है यदि भारत ऐसे हमला करते रहा तो विश्व जल्द ही आतंक मुक्त हो जायेगा।

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