पाकिस्तान का समय अब इतना बुरा आ गया है की उसे इस्लामिक देशों ने भी तरजीह देना बंद कर दिया है। अबु धाबी में हुई इस्लामिक देशों के संगठन की बैठक में भारत को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल किया गया। बता दें की आज से 50 वर्ष पूर्व OIC (ओआईसी) की पहली बैठक में भी भारत को हिस्सा लेना था लेकिन पाकिस्तान ने दबाव बनाकर इसे अंतिम क्षणों में रद्द करवा दिया था। परन्तु अब भारत को भी OIC (ओआईसी) की बैठक में हिस्सा लेने का मौका मिला।
ओआईसी की इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज अबू धाबी पहुंची और उन्होंने वहां अपना सम्बोधन दिया। पाकिस्तान ने बुधवार को कहा था की अगर सुषमा स्वाराज इस बैठक में जाएंगी तो वह बैठक में हिस्सा नही लेगा, लेकिन इन सबके बावजूद पाकिस्तान की इस धमकी का कोई भी असर ओआईसी पर पड़ता दिखाई नहीं दिया। संयुक्त अरब अमीरात की तरफ से भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का वहां राजकीय सम्मान दिया गया। पाकिस्तान को उसके सहयोगी इस्लामिक देशों के संगठन की तरफ से करारा झटका लगा है जिसके कारण पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस सम्मलेन में जाने ने इंकार कर दिया।
भारत के लिए यह एक बहुत बड़े सम्मान की बात है। पाकिस्तान पर अन्तराष्ट्रीय दबाव बनाने की भारत की कोशिश इस बैठक के बाद ज़रुर मुकाम पर पहुँचेगी। सुषमा स्वराज ने मुख्य अतिथि के तौर पर इस मंच को संबोधित किया। विदेश मंत्री स्वराज ने अबु धाबी में अपने भाषण के दौरान आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया और साथ ही साथ बताया की सभी धर्म शांति का संदेश देती है।
बता दें की 57 मुस्लिम बहुल देशों का संगठन है ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC)। संयुक्त राष्ट्र संघ के बाद यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अंतरसरकारी संगठन है।