भारत और स्विटज़रलैंड के बीच स्विस बैंकों में काला धन रखने के मामले में सूचनाएं साझा करने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। हाल में स्विट्ज़रलैंड ने काले धन के मामले में एक और भारतीय का नाम उजागर किया है। इसका नाम पोतलुरी राजा मोहन राव है। 28 मई को राव को नोटिस जारी किया गया है और अपील करने के लिए 10 दिन का समय भी दिया गया है। 21 मई को इस विषय में 11 और लोगों को नोटिस जारी किये गए हैं। पिछले महीने चौदह व्यक्तियों का नाम जारी करके उन्हें भी नोटिस भेजा गया था। नियमों के अंतर्गत ये नोटिस खाताधारकों को भारत सरकार को जानकारी देने के खिलाफ उन्हें अपील करने का अंतिम मौका है।
राव को जारी किये गए नोटिस में उनकी जन्म तारीख (15 जुलाई 1951) और भारतीय होने के अलावा कोई और जानकारी नही दी गई है। लेकिन अधिकारियों ने उसके दक्षिण भारत में दूरसंचार और बाकी दूसरे कारोबारों से जुड़े रहने की बात उजागर की है। अपने ग्राहकों की गोपनीयता बनाये रखने के लिए स्विट्ज़रलैंड पूरी दुनिया में जाना जाता है। लेकिन कर चोरी के मामले सामने आने के कारण उसे दूसरे देशों की सरकारों से जानकारी साझा करने पर विवश होना पड़ा है। भारत से किये एक करार के तहत अब स्विस बैंक भारत के साथ जानकारी साझा करेंगे।
स्विट्ज़रलैंड के कर विभाग के नोटिसों के अनुसार उसने स्विस बैंक ने विदेशी ग्राहकों की सूचना साझा करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। जब विभाग नोटिस जारी करता है तो उसके द्वारा व्यक्ति के नाम की संक्षिप्त कर दिया जाता है। नोटिस में दो भारतीय कृष्ण भगवान रामचंद और कल्पेश हर्षद किनारीवाला का पूरा नाम बता गया लेकिन उनके बारे में अन्य कोई जानकारी नही दी गई।
अन्य नाम जो जारी किये गए हैं वे संक्षिप्त में इस प्रकार हैं:
- एएसबीके जन्म 24 नवंबर 1944
- एबीकेआई जन्म 9 जुलाई 1944
- श्रीमती पीएएस जन्म 2 नवंबर 1983
- श्रीमती आरएएस जन्म 22 नवंबर 1973
- एपीएस जन्म 27 नवंबर 1944
- श्रीमती एडीएस जन्म 14 अगस्त 1949
- एमएलए जन्म 20 मई 1935
- एनएमए जन्म 21 फरवरी 1968
- एमएमए जन्म 27 जून 1973