अनुराग कश्यप के 'झूठा' कहने पर पुणे की लेखिका शेफाली वैद्य भड़कीं, कहा 'औकात में रहो’

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Rishabh Verma
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अनुराग कश्यप के 'झूठा' कहने पर पुणे की लेखिका शेफाली वैद्य भड़कीं, कहा 'औकात में रहो’

फिल्म इंडस्ट्री की नामी 49 हस्तियों के द्वारा मॉब लिंचिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस चिट्ठी के जवाब में 61 दूसरी बड़ी हस्तियों ने भी चिट्ठी लिखकर इसे सेलेक्टिव आउटरेज बता दिया है। अब मॉब लिंचिंग के इस मुद्दे पर फ़िल्मी हस्तियां दो भागों में बंटती दिखाई दे रही हैं।

इस बीच पुणे की लेखिका शेफाली वैद्य ने एक वीडियो भी शेयर किया है जिससे वे इन 49 हस्तियों को घेरने की कोशिश कर रही हैं। ये वीडियो हितेश नाम के युवक का है, जिसे कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला।

इस  वीडियो में उन्होंने लिखा कि पुणे देश का सबसे सुरक्षित शहर माना जाता है, इसके बावजूद यहाँ हितेश नाम के एक 24 वर्षीय युवक का अपहरण किया जाता है, उसे टॉर्चर किया जाता है और मुस्लिम युवक उसे आग लगाकर मार देते हैं। सिर्फ इसलिए की उसने एक मुस्लिम को सार्वजनिक रूप से पेशाब करने का विरोध किया था। शैफाली ने तंज कसते हुए लिखा अब आप इसे हेट क्राइम नहीं मानेंगे क्योंकि पीड़ित व्यक्ति हिन्दू है।

लेखिका को जवाब देते हुए फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने लिखा कि ये हत्या है, ये हेट क्राइम है। यह वह सब है जो आप कहती हैं और अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने लिखा कि जो नहीं हो रहा है वह है लिंचिंग को रोकने वाला कानून। ऐसे अपराधियों को कठोरतम सजा दी जानी चाहिए।

एक ट्विटर यूजर ने इस घटना के बारे में लिखा कि वह वही रहता है जहाँ ये सब हुआ। उसने बताया कि मारने वाले 5 लोग से जिसमें 3 मुस्लिम और 2 हिन्दू थे तथा हत्या आपसी रंजिश के तहत की गई थी।

इस ट्विट को अनुराग कश्यप ने शेफाली को टैग किया और लिखा, "शेफाली इसे पढ़ो। यह कोई हेट क्राइम नहीं था। यह आपसी रंजिश थी। दो हिन्दू और तीन मुस्लिम। तुम जैसे लोग घटना को मिसलीड करते हो हेट क्राइम के नाम पर।"

इसके बाद शेफाली ने अनुराग को करारा जवाब देते हुए लिखा, “जब मुस्लिमों द्वारा ओला-ओ-उबर (अल्लाह हू अकबर) चिल्लाते हुए मंदिर तोड़ दिया गया, यह पार्किंग का झगड़ा था। जब मथुरा में एक काफिर होने के चलते एक लस्सी विक्रेता को मार दिया गया, यह एक नॉन पेमेंट डिस्प्यूट था, लेकिन जब एक चोर को भीड़ नें पीटकर मारा, तो यह सांप्रदायिक अपराध था।”

शैफाली के इस जवाब से अनुराग कश्यप भी झल्ला गए और उन्होंने शैफाली को झूठा और भड़काऊ तक कह दिया।

शेफाली भी कहाँ चुप रहने वाली थी। उन्होंने अनुराग कश्यप को 'दो टके का फिल्म मेकर' बताकर उनकी बेइज्जती करने की कोशिश की।

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