उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ डिफेन्स परीक्षाओं की तैयारी हेतू विशेष स्कूल ‘रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर’ खोल रहा है। इस स्कूल में अकादमिक बिल्डिंग, दवाखाना, तीन-मंजिला हॉस्टल, स्टाफ सदस्यों के लिए रिहायशी विंग, एक बड़ा स्टेडियम रहेगा। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत ₹40 करोड़ है। यह स्कूल आवासीय होगा।
पिछले अगस्त में ही लड़कों के विंग का निर्माण शुरू हो चुका है। इस स्कूल में सीबीएसई पाठ्यक्रम का पालन करने के लिए कक्षा छठी से बारहवीं तक की पढ़ाई होगी। पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में विद्या भारती उच्च शिक्षा संगठन के क्षेत्रीय संयोजक अजय गोयल का कहना है कि, “यह एक प्रयोग है जो देश में पहली बार हो रहा है। अगर यह सफ़ल रहा तो इसे देश के कई स्थानों पर दोहराया जा सकता है।”
परन्तु सपा इसके विरोध में है। वह 1925 से राष्ट्र निर्माण में जुटी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ‘आर्मी स्कूल’ खोलने की पहल का विरोध कर रही है। सपा के नेताओं का कहना है कि उत्तर प्रदेश में संघ द्वारा आर्मी स्कूल खोलना शक उत्पन्न करता है। साथ ही यह भी कहा है कि संविधान के विरुद्ध संघ राष्ट्रीय स्तर पर साज़िश रचना चाहता है।
सपा नेताओं का कहना है कि संघ की विचारधारा विभाजनकारी है। इतना ही नहीं आज़ादी की लड़ाई में संघ की भूमिका नकारात्मक थी। आज़ादी की लड़ाई के मूल्यों से आज भी उसका कोई लेना-देना नहीं है। केवल राजनीतिक फायदे के लिए ही संघ ऐसे संस्थान खोलना चाहता है। इन संस्थानों में सद्भाव भंग करने और मॉब-लिंचिंग करने के तरीके सिखाए जाएँगे।
यह किसी से छुपा नहीं है कि जब-जब उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनती है गुंडागर्दी का बोलबाला रहता है। महिलाओं के प्रति सपा नेता कैसी भाषा का उपयोग करते हैं यह तो जगजाहिर है। इस पार्टी के मुलायम सिंह यादव दुष्कर्म के आरोपियों का बचाव करते हुए कह चुके हैं ‘लड़के हैं, गलती हो जाती है’।