कांग्रेस की मुश्किलें ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस के ऊपर एक और परेशानी आने वाली है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 13वीं बार मंगलवार को रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की गई। इस दौरान उनके करीबी ने एक खुलासा किया है। उनके करीबी दुबई के बिजनसमैन सी सी थंपी ने बताया कि उनकी मुलाकात यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के निजी सहकर्मी पी पी माधवन ने वाड्रा से करवाई थी।
बता दे कि मनी लॉन्ड्रिंग और बेनामी संपत्ति खरीद में सी सी थंपी पर वाड्रा की सहायता करने का आरोप है। उनपर वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी के लिए शेल कंपनी से संपत्ति खरीदने का आरोप भी है। प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि दुबई और लंदन की प्रॉपर्टी वाड्रा की निजी संपत्ति है। प्रवर्तन निदेशालय ने थंपी और वाड्रा के बयानों में विरोधाभास को कोर्ट में साक्ष्य के रूप में पेश किया है।
सूत्रों के मुताबिक खबर यह है कि प्रवर्तन निदेशालय ने वाड्रा के विरुद्ध कुछ पुख्ता सबूत जैसे वाड्रा और आरोपियों के मध्य हुए ईमेल एक्सचेंज जैसे सबूतों को इकठ्ठा किया है।
वाड्रा का ईमेल के जरिए आरोपी डिफेंस डीलर संजय भंडारी के साथ संवाद हुआ है। उनसे सुमित और पूजा चड्ढा के साथ भंडारी के संबंधों के विषय में भी पूछताछ हुई है। वाड्रा ने [email protected] के अपने निजी ईमेल होने की पुष्टि भी की है। परतु उन्होंने, पूजा और सुमित चड्ढा के साथ ईमेल एक्सचेंज होने की बात को इनकार किया है। हालांकि वाड्रा के एक और करीबी मनोज अरोड़ा ने वाड्रा और सुमित चड्ढा के मध्य ईमेल एक्सचेंज होने की बात कही है।
ईडी ने वाड्रा से पिछले हफ्ते में दो बार पूछताछ की है। खबर है कि वाड्रा के उपचार के लिए विदेश जाने से पहले उनसे कई बार और पूछताछ की जा सकती है। दिल्ली की एक विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें बड़ी आंत में ट्यूमर के उपचार के लिए नीदरलैंड्स और अमेरिका जाने की अनुमति दे दी है।