वोट दे और उस दिन के पैसे ले जाए ऐसा कहा गया है बेंगलुरु की कुछ निजी कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को यह संदेश दिया है कि वोटिंग के दिन वोट करे और अंगुलियों पर मतदान के निशान का प्रूफ देकर उस एक दिन की अपनी सेलरी को कलेक्ट करे। यह आने वाले आम चुनाव में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए किया जा रहा है।
हालांकि, वेतन में कटौती का निर्णय निजी कंपनियों और चुनाव पर छोड़ दिया गया है। एक शीर्ष मतदान अधिकारी ने कहा कि आयोग ऐसे मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है।बता दे की कर्नाटक में 18 और 23 अप्रैल को दो चरणों में मतदान होगा, प्रत्येक चरण में 14 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान होगा।
कुछ निजी कंपनियों के प्रतिनिधि, जिनकी मतदान अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि यदि कर्मचारी मतदान के दिन छुट्टी लेना चाहते हैं तो इसके लिए मतदान के दिन छुट्टी का भुगतान तो किया जायेगा लेकिन फिर उन्हें कार्यालय में अपनी वापसी पर सबूत के तौर पर मतदान के निशान का प्रूफ देना होगा।
बता दे की मतदान का पहला चरण छुट्टियों के बीच संपन्न होने वाला है जिसमे महावीर जयंती (17 अप्रैल), गुड फ्राइडे (19 अप्रैल) और वीकेंड के दिन शामिल है ।18 अप्रैल को होने जा रहे संसदीय सीटों में बेंगलूरु उत्तर, बेंगलुरु दक्षिण, बेंगलुरु सेंट्रल, बेंगलुरु ग्रामीण, उडुपी-चिक्कमगलुरु, हासन, दक्षिणा कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुरु, मंड्या, मैसूरु-कोडागु, चामराजनगर,चिक्काबल्लापुर और कोलार शामिल है।
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवी सूर्य सेन ने कहा वोट-एंड-पे सुझाव प्रौद्योगिकी और विनिर्माण से निजी कंपनियों के कुछ मानव संसाधन अधिकारियों से आया था।