पाकिस्तान को हर जगह मुंह की खानी पड़ रही है। अब अमेरिका भी पाकिस्तान को सबक सिखाने में लगा है। अमेरिका से प्रत्यर्पित किए गए नागरिक और वीज़ा अवधि समाप्त होने के उपरांत भी अमेरिका में रह रहे नागरिकों को पाकिस्तान ने अपने देश में वापस लाने से मना कर दिया है। जिसके चलते अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया और पाकिस्तान को चेतावनी भी दे दी की वह पाकिस्तानियोंं के वीज़ा को रोक सकता है।
शुक्रवार को विदेश विभाग ने बताया कि अभी के लिए पाकिस्तान में दूतावास संबंधित कामकाज में ‘कोई बदलाव नहीं' किया गया है परन्तु अमेरिका संघीय रजिस्टर अधिसूचना में उल्लेखित प्रतिबंध के अनुसार पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा में रोक लगा सकता है और उसके वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी शुरुआत की जा सकती है।
बता दें कि 10 देशों की लिस्ट में पाकिस्तान नया देश है जिन पर अमेरिकी कानून के मुताबिक प्रतिबंध लागू किया जायेगा। फिलहाल पाकिस्तान पर अमेरिका के विदेश विभाग ने इन प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने का प्रयास किया है।
जब संघीय रजिस्टर की अधिसूचना के विषय में विदेश विभाग के एक प्रवक्ता से प्रश्न किया गया तो उन्होने कहा कि, ‘पाकिस्तान में दूतावास संबंधित कार्य में किसी प्रकार का बदलाव नहीं होगा।' प्रवक्ता ने बताया कि, ‘यह अमेरिका और पाकिस्तानी सरकारों के मध्य चलने वाला द्विपक्षीय मुद्दा है। इस वक्त हम इनकी बारीकियों में नहीं जाने वाले है।'
वीज़ा पर रोक के सम्बन्ध में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी का कहना है कि यह पाकिस्तान की मुश्किलों को बढ़ा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘ऐसा होने से उन पाकिस्तानियोंं के लिए समस्याएं उत्पन्न हो जाएगी जो अमेरिका जाना चाहते हैं’। इस समस्या से बचाव भी हो सकता था यदि अमेरिका के अनुरोधों को पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्रत्यर्पण की कानूनी अनिवार्यताओं के विषय में अनदेखा नहीं किया होता।''