पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति सुदृंढ नहीं है उसे अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने की आवश्यकता है। इमरान खान जो की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री है ने जब प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तब उस दौरान उन्होंने घोषणा किया था की वह पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का प्रयास करेंगे और इसी हेतु वे कई बचत के फैसले ले रहे हैं जिस कड़ी में उन्होंने ये नया फैसला भी लिया है की वे अब हज यात्रियों की सब्सिडी को ख़त्म कर देंगे। ऐसा करने से पाकिस्तान सरकार को ४५० करोड़ रुपये की बचत होगी।
बताया जा रहा है की इस फैसले से करीब 450 करोड़ रूपये की बचत पाकिस्तान की सरकार करेगी। इस विषय पर बात करते हुए इमरान खान सरकार में धार्मिक एवं आपसी सौहार्द मामलों के मंत्री एन एच कादरी ने यह जानकारी भी दी की इस साल देश से 1 लाख 84 हजार पाकिस्तानी हज यात्रा में जायेंगे। जिसमे सरकारी कोटे से 1 लाख 7 हजार लोग शामिल होंगे और बचे हुए लोग निजी कोटे से हज को जाने वाले है।
यह फैसला इस्लामाबाद में इमरान खान की संघीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। इस बाबत कादरी ने ‘द न्यूज’ को यह भी बताया की सरकार पूर्ववर्ती (पीएमएल-एन) पहले प्रत्येक हज यात्री को 42-42 हजार रुपए की सब्सिडी प्रदान करती थी जिसके चलते पाकिस्तान को 450 करोड़ का घाटा प्रत्येक साल होता है।
यह फैसला इमरान सरकार में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए किया है क्योंकि पाकिस्तान की आर्थिक हालत ठीक नहीं चल रही है। यह भी जानकारी मिली है की संघीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस बात की बहस हो रही है की इस्लाम क्या सब्सिडी युक्त हज की अनुमति देता है?