देश के विपक्षी नेताओं ने एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकवादियों के सबूत मांगे।

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Prabhat Sharma
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देश के विपक्षी नेताओं ने एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकवादियों के सबूत मांगे।

पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला भारतीय वायुसेना के द्वारा पाकिस्तान में घुसकर ले लिए गया है। भारत द्वारा की गई इस कार्यवाही में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानो को ध्वस्त कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस एयर स्ट्राइक में  लगभग 250 से 300 आतंकवादियों को मार गिराया था। इस कार्यवाही के बाद जहाँ एक तरफ भारतीय वायुसेना के पराक्रम की हर तरफ चर्चा हो रही है तो वहीं कुछ लोग है जिन्हे अपने ही सेना पर भरोसा नहीं और वो लोग सेना और सरकार से पाक पर की गयी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे।

बीते दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से पाकिस्तान पर की गयी एयर स्ट्राइक का सबूत माँगा। दिग्विजय सिंह ने मीडिया से कहा कि ‘मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बधाई देता हूँ की उन्होंने भारतीय सेना के पायलट विंग कमांडर को भारत सकुशल लौटा दिया। उन्होंने पीएम मोदी से साबुत मांगते हुए कहा  जिस तरीके से अमरीका ने लादेन को मारने के बाद विश्व को सबूत पेश किये थे उसी तरह भारत सरकार को भी पाकिस्तान पर की गयी एयर स्ट्राइक के सबूत पेश करने चाहिए।’

इसके अलावा कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी सबूत की मांग की पीएम मोदी को अंतरराष्ट्रीय मीडिया की उन खबरों पर जरूर बोलना चाहिए जिसमें कहा जा रहा है कि बालाकोट हमले में शायद ही किसी की मौत हुई हो। कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा - 'मोदी जी इंटरनेशनल मीडिया: न्यूयॉर्क टाइम्स, लंदन का मीडिया ग्रुप, वॉशिंगटन पोस्ट, डेली टेलीग्राफ, द गार्जियन, रॉयटर्स ने रिपोर्ट किया है कि बालाकोट में आतंकियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है? क्या आप आतंकवाद के राजनीतिकरण के दोषी हैं?'

इससे पहले भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कार्रवाई के सबूतों की मांग की है । कुछ दिन पहले अमित शाह ने कहा ने कहा थी की एयर स्ट्राइक में कम से कम 250 आतंकी मारे गए हैं। इस पर सवाल उठाते हुए अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा है, 'क्या अमित शाह के मुताबिक़ सेना झूठ बोल रही है? सेना ने साफ़ साफ़ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता।

बता दे इस हमले मारे गए आतंकवादियों की पुष्टि अभी तक नहीं हो पायी है। वही देश के विपक्ष के लोग इस कार्यवाही को लेकर सवाल पर सवाल उठा रहे है।

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