कुछ महीने पहले जब योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद शहर का नाम उसके 500 साल पुराने नाम प्रयाग पर प्रयागराज कर दिया था तब कई मीडिया हाउस और विपक्षी दलों ने इसका खूब विरोध किया था पर अब जब कांग्रेस पार्टी कुछ राज्यों में सत्ता में आ गई है तब वो भी वही कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बनी नयी कांग्रेस सरकार पिछली भाजपा सरकार द्वारा चलाई गई कम से कम पांच योजनाओं के नाम बदल दिए हैं। ये पांचों योजनाएं पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर थे जिसे अब बदल दिया गया है।
विडम्बना देखिये, ये सारे नाम उस दिन बदले गए जिस दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई जा रही थी और देश के लोग उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे। जनसंघ के संस्थापक एवं भाजपा के प्रणेता माने जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर छत्तीसगढ़ में बनाई गई इन सभी योजनाआें का नाम बदल कर अब बीआर आंबेडकर, इंदिरा गांधी आैर राजीव गांधी के नाम से बदल दिया गया है।
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार द्वारा जारी किये गए एक आदेश के अनुसार अब दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना को राजीव गांधी स्वावलंबन योजना, पं.दीनदयाल उपाध्याय सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना को डाॅ बीआर आंबेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना, पं.दीनदयाल उपाध्याय एलईडी पथ प्रकाश योजना को इंदिरा प्रियदर्शनी एलईडी पथ प्रकाश योजना, पं. दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केंद्र योजना को राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना तथा पं.दीनदयाल उपाध्याय शुद्ध पेयजल योजना को इंदिरा प्रियदर्शनी शुद्ध पेयजल योजना के नाम से बदल दिया गया है। इस बाबत संबंधित विभागों में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिए गए हैं।
जब समूचा देश दीनदयाल उपाध्यायजी की पुण्यतिथि मना रहा था, उसी समय छ.ग. सरकार दीनदयाल जी के नाम वाली योजनाओं का नाम बदल उसे इंदिरा-राजीव के नाम कर रही थी!! छी:
— African हिन्दुस्तानी (@Tosh_Tiwari) February 12, 2019
Will "पत्तालकार" debate on this "कांग्रेसीकरण"?
Will they call it "नाम की राजनीति"??
Pl RT so that it reaches पत्तल्कार pic.twitter.com/XTFiEy1YWE
महज कुछ हफ्तों के शासन काल में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पिछले करीब 15 साल तक चली भाजपा सरकार से जुड़े नामों को बदलने की मुहीम शुरू कर चुकी है। इस नाम परिवर्तन से पहले नई सरकार ने पिछले साल दिसंबर महीने में सभी सरकारी दस्तावेज़ों से पं. दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीरें हटाने के आदेश दिए थे जो भाजपा सरकार के समय से चले आ रहे थे।