2019 के लोकसभा चुनावों में जीत के प्रति आश्वस्त भाजपा ने एनडीए की डिनर टेबल बैठक बुलाई। अशोका होटल में आयोजित इस डिनर पार्टी के दौरान नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने एनडीए को 2022 का एजेंडा समझाया। इस बैठक में पार्टी ने सहयोगियों का विश्वास जीता साथ ही यह भी बताया कि अगले पांच सालों तक एनडीए को किस ट्रैक पर चलना है।
विभिन्न चैनलों के द्वारा किये गए एग्जिट पोल के अनुमानों के अनुसार एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है। इस बैठक में पारित किये प्रस्ताव में लिखा गया है कि हमारी समर्पित कार्यशैली और दृष्टिकोण के कारण हमें भरोसा है कि इस बार फिर देश की जनता प्रधानमंत्री मोदी को फिर से आशीर्वाद देगी।
इससे पहले बीजेपी के दिल्ली स्थित मुख्यालय पर भी एनडीए की बैठक हुई थी। इस बैठक में भी मिशन 2022 से जुड़े प्रस्ताव पारित किये गए थे। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा की आगे का सोचने की रणनीति उन्हें अपने प्रतिद्वंदियों से 2 कदम आगे रखती है।
साल 2022 इस लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल आज़ादी के 75 साल पूरे हो जाएंगे। बीजेपी चाहती है कि वह अपनी सभी महत्वाकांक्षी योजनाओं को इस समय तक पूरा कर ले। वह 2022 को सरकारी योजनाओं की सफलता के लिहाज से एक यादगार साल बनाना चाहती है। बीजेपी के द्वारा जारी एक प्रस्ताव में कहा गया है कि हमारा प्रयास है कि देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने जिस मजबूत, समृद्ध, विकसित और समावेशी भारत का सपना देखा है उसे पूरा किया जाए।
एनडीए ने अपने प्रस्ताव में देश में आधारभूत ढांचे के निर्माण में 100 लाख करोड़ की पूंजी निवेश करने की बात कही है। एनडीए सरकार 25 लाख करोड़ रूपये खेत और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर खर्च करने की योजना बना रही है। एनडीए भारत को विश्व का सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इको-सिस्टम बनाना चाहता है। इन प्रयासों के चलते ही भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जायेगी।
इस दौरान एनडीए ने चुनावों के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर चिंता जाहिर की। चुनाव आयोग, न्यायपालिका, सुरक्षाबलों, पुलिस और कैग पर हुए व्यवस्थित हमलों पर भी क्षोभ प्रकट किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने जाति-पाति के बजाय गरीबी को सबसे बड़ा नैरेटिव बताया। इस बैठक में एनडीए को एक राजनीतिक गठबंधन से अधिक बताया गया तथा कहा गया कि एनडीए वोटबैंक की राजनीति और विपक्ष के सामने एक मज़बूत दीवार है।
एनडीए की इस बैठक में उसकी जीत के कारणों पर भी चर्चा की गई। 2019 के चुनावों और 2022 के एजेंडे के साथ इस बात पर भी चर्चा हुई कि देश की जनता ने यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार, आर्थिक रूकावट और क्रोनी कैपिटलिज्म के चलते एनडीए पर अपना भरोसा दिखाया था।
अशोका होटल में हुई इस बैठक में मोदी-शाह के साथ वरिष्ठ नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई थी। बैठक में अकाली दल के प्रमुख वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल भी मौजूद थे।