जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर जम्मू कश्मीर के नेताओं की नींद उड़ी हुई है। इसी के चलते देर रात को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला से मुलाकात करके घाटी के दूसरे नेताओं सहित राज्यपाल से मिलने पहुंची।
बता दें सभी नेता बेचैन है कि घाटी में क्या बड़ा होने वाला है। पीएम मोदी और अमित शाह कश्मीर के लिए आखिर क्या प्लान कर रहे है?
महबूबा मुफ्ती ने इस बारे में बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी से हमने मुलाकात की साथ ही उनसे अफ़वाहों को दूर करने का अनुरोध भी किया, जिसकी कारण से घाटी में दहशत बनी हुई है। साथ ही महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीते कुछ दिनों से कश्मीर में दहशत का माहौल बना हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की ही कि 'जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे से छेड़छाड़ न की जाए।'
मुलाकात के दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने नेताओं से साफ साफ कहा कि आप लोग अपने नेताओं को समझाइए, एडवाइजरी का सहारा लेकर अपने समर्थकों के मध्य अफ़वाह ना फैलाएं।
इस पर गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कश्मीर के लोगों से अपील की कि - 'अफवाहों पर ना दें ध्यान. पुख्ता इनपुट पर ही जारी की गई है एडवाइजरी। स्थानीय नेता एडवाइजरी को दूसरे मुद्दों से जोड़ रहे हैं। लोगों में 'बेवजह का डर' पैदा किया जा रहा है।
महबूबा ने पीएम मोदी से आग्रह करते हुए कहा है की, “इस्लाम में हाथ जोड़ना हराम है, लेकिन फिर भी मैं हाथ जोड़कर सरकार से कहती हूं कि कश्मीरियों से उनकी पहचान मत छीनिए।”
जानकरी दे दें कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की साज़िश होने का खुलासा हुआ है। जिसके चलते एडवाइजरी जारी कर श्रद्धालुओं और पर्यटकों को राज्य छोड़ने का निर्देश दे दिया गया है। सुरक्षाबलों ने अमरनाथ यात्रा वाले रास्ते से स्नाइपर गन और माइन बरामद किये है। ये बरामद किये गए हथियार पाकिस्तान में बने हैं। सूत्रों के अनुसार है जम्मू-कश्मीर में जैश-ए मोहम्मद किसी बड़े आतंकी हमले की फिराक में है।