पुलवामा हमले और एयर स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव का माहौल अभी तक बना हुआ है। रोज ही बॉर्डर से मुठभेड़ होने की खबरे सामने आ रही है। हर रोज किसी ना किसी आतंकवादी के मरने या जवान के शहीद होने की खबर आती रहती है। सूत्रों से आयी खबर के अनुसार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद अब तालिबान के साथ मिलकर भरत पर बड़ा हमला करने का प्लान बना रहा है। ये खबर आते ही भारत की खुफियां एजेंसी लगातार आतंकवादियों की गतिविधियों पर नज़र रखे हुए है।
ख़ुफ़िया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय वायुसेना द्वारा की गई बालाकोट एयर स्ट्राइक के पहले आतंकवादी मसूद अजहर ने तालिबान के कमांडरों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया था की जैश-ए-मोहम्मद संगठन तालिबान के कमांडरों के साथ मिलकर भारत और अफगानिस्तान पर बड़ा हमला करेंगे।
सूत्रों के द्वारा जैश-ए-मोहम्मद और तालिबानी आतंकियों के बीच 15 से 20 दिसंबर के दौरान पाकिस्तान में बैठक हुई है। जिसमे मसूद अजहर ने प्लानिंग की थी जिसमे यह निश्चय किया गया की वो भारत पर बड़ा हमला करेगा। इस हमले के लिए तालिबान के कमांडर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को वैसी ही ट्रेनिंग देंगे जैसा की अफ़ग़ानिस्तान में तालिबानी आंतकी हमले करते हैं। कहा जा रहा है की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद टेरर कैंप में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक इन कैंपो में कुल 560 आतंकियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई। यहां इन आतंकियों को आईईडी से लेकर गहरे पानी में ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वो समुद्र के जरिये भारत पर हमले कर सकें।
ख़ुफ़िया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआई पिछले कई महीनों ने जैश-ए-मोहम्मद और तालिबान आतंकियों को एक साथ मिलाकर एक आतंकवादी संगठन बनाने की तैयारी में लगा हुआ है। आईएसआई इसलिए ऐसा करना चाहता है ताकि जैश-ए-मोहम्मद और तालिबान मिलकर भारत पर बड़े हमले कर सके। बता दे भारत की खुफियां एजेंसी लगातार आतंकवादियों की गतिविधियों पर नज़र रखे हुए है।