शहीद मेजर की पत्नी के जज़्बे को सलाम, पति के शहीद होने के बाद अब खुद होंगी सेना में शामिल

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Nikhil Talwaniya
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शहीद मेजर की पत्नी के जज़्बे को सलाम, पति के शहीद होने के बाद अब खुद होंगी सेना में शामिल

सिर्फ भारतीय सेना में शामिल जवान हीं नही बल्कि उनके परिवार वालों का ज़ज़्बा भी किसी से कम नही होता। सेना में शामिल जवान अपनी जान देश रक्षा में लगाते ही हैं पर जवानों के परिवार के लोग भी उनसे दूर रहते हुए कई बलिदान देते हैं। ये जानते हुए भी की उनके घर का चिराग कभी भी सरहद की रक्षा करते हुए शहीद हो सकता है वे अपने जिगर के टुकड़े को देश रक्षा में लिए भेजते हैं। भारत के ऐसे वीरों और उनके परिवार  सदस्यों के जज़्बे को सलाम किया जाना चाहिए। ऐसा ही एक परिवार है मुंबई का महादिक परिवार। इस परिवार में रहने वाली गौरी महादिक ने अपने पति मेजर प्रसाद महादिक के शहीद हो जाने के 10 दिन बाद ही अपने पति को श्रद्धांजली देने के लिए भारतीय सेना में शामिल होने की ठान ली थी। हम बात कर रहे है भारत-चीन सीमा के पास अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में शहीद हुए मेजर प्रसाद महादिक की 32 वर्षीय पत्नी गौरी महादिक की।

ग़ौरतलब है की साल 2015 में गौरी की शादी मेजर प्रसाद महादिक से हुई थी लेकिन साल 2017 में उनके पति भारत-चीन सीमा के पास अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में शहीद हो गए थे। अब ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में ट्रेनिंग होने के बाद गौरी बतौर लेफ्टिनेंट अगले साल भारतीय सेना में शामिल हो जाएंगी। गौरी ने कहा कि “मुझे वॉर विडोज के लिए गैर-तकनीकी श्रेणी में लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त किया जाएगा। गौरी ने बताया की वो सेना में शामिल होकर शहीद पति की वर्दी पहनना चाहती हैं।”

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में गौरी महादिक ने कहा “पति के शहीद होने के 10 दिन बाद मैं सोच रही थी कि अब मुझे क्या करना चाहिए फिर मैंने फैसला किया कि मुझे उनके लिए कुछ करना है और मैं सेना में शामिल होऊंगी। मैं उनकी वर्दी और उनके स्टार को पहनूंगी।”

वर्तमान में गौरी महाराष्ट्र स्थित विरार में अपने ससुराल में रहती हैं। पति के शहीद होने के बाद गौरी ने सेना में शामिल होने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी। गौरी महादिक ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (SSB) की परीक्षा में टॉप किया है जहां उन्होंने पहली रैंक हासिल की है। गौरी ने बताया कि 'एसएसबी परीक्षा रक्षा कर्मियों की विधवाओं के लिए आयोजित की गई थी इसमें 16 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है।

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