भारत के राष्ट्रीय पशु, साहस, ताकत का प्रतीक माने जाने वाले बाघ जिनकी आबादी बस कुछ अब ही बची है। इनका शिकार करना कई संस्कृति में बहादुरी का संकेत भी माना गया है।
बाघ की प्रजातियों को तेंदुए, बर्फ तेंदुए, जैगुआर व पेंथेरा जीनस में विभाजित किया है। आज विश्व में इनकी मात्र 6 उप प्रजातियाँ ही अस्तित्व में है जो इस प्रकार है साइबेरियाई, दक्षिण चीनी, इंडो-चीनी, सुमात्रन, मलयान, और बंगाल।
बाघ का रंग लाल और पीले रंग के मिश्रण जैसा और उस पर काले रंग की पट्टी होती है। बाघ की लम्बाई 13 फ़ीट और उसका वजन लगभग 300 किलो के आसपास हो सकता है। मादा बाघ एक बार में केवल 2 से 3 शावकों को जन्म देती है, और वो उनका लालन पोषण तब तक करती है जब तक कि वो स्वयं शिकार करने में सक्षम नहीं हो जाता।
बाघ को 1758 में कार्ल लिनिअस (स्वीडिश जूलॉजिस्ट) ने बाघ को वैज्ञानिक नाम ‘फेलिस टिग्रीस’ नाम दिया था, बाद में 1992 में ब्रिटिश टैक्सोनोमिस्ट रेजिनाल्ड इन्स पोकॉक के अनुसार इसे ‘पेंथेरा टिग्रीस’ नाम दिया गया।
बाघ के विशिष्ट गुण
- बाघ तेज और फुर्तीला होता है, लगभग 13 फ़ीट लम्बाई व 300 किलो वजन होने के बावजूद भी वह अन्य जंतुओं से तेज दौड़ने में सक्षम है।
- नर बाघ मादा बाघ की अपेक्षा में बड़ा होता है। नर बाघ कंधे से 1 मीटर ऊँचा इसकी लम्बाई 2.2 मीटर, पुंछ करीब 1 मीटर की होती है।
- बाघ एकांत प्रिय, शक्तिशाली, कुशल तैराक जरुरत पड़ने में पेड़ पर चढ़ने की क्षमता होती है।
- बाघ के शिकार करने का तरीका भी बेहद आकर्षक होता है।
- बाघ द्वारा अपना इलाका स्थापित करना।
बाघ की आयु
विशेषज्ञों का मानना है कि बाघ की आयु दो प्रकार से निर्भर करती है पहली जंगल में रहने पर और दूसरा कैद में। बाघ अगर जंगल में है तो वहां उसे आग में जलने या शिकार हो जाने का खतरा रहता है इसलिए इसकी औसत आयु 10 से 15 वर्षो तक मानी जाती है। बाघ को कैद में यथोचित चिकित्सा, भोजन देखभाल मिलता जिसके कारण उसकी आयु औसत 20 से 26 वर्षो तक हो जाती है।
आइये जानते है विभिन्न बाघों की उम्र
इंडोचिनिस टाइगर
इंडोचिनिस टाइगर कैद में लगभग 22 से 25 वर्षो तक जीवत रह सकता है। यही अगर ये खुले रूप से जंगल में रहता है उम्र 15 से 18 वर्षो तक रहती है।
बंगाल टाइगर
सही तरह से देखभाल होने के कारण बंगाल टाइगर कैद में 18 से 20 वर्षो तक वही जंगली रूप में 13 से 15 वर्षो तक ही जीवित रहता है। कुछ ही 25 वर्ष की आयु तक पहुंच पाते है।
मलयान बाघ
मलयान बाघ की उम्र जंगल में 14-20 साल की होती हैं वही कैद में ये 23-25 साल तक जीवित रह सकते हैं।
दक्षिण चीन टाइगर
1990 में 11 दक्षिण चीन टाइगर को हुनान, फ़ुज़ियान प्रांतों और सिचुआन के पहाड़ों में रिज़र्व पाया गया है। ये जंगलो में 1970 के बाद से नहीं पाए गए है। इनकी औसतन उम्र 12 से 15 वर्ष है
सुमात्रन टाइगर
सुमात्रन बाघ की जंगल में औसतन उम्र 15 से 20 साल है वही ये कैद में 20 से 25 वर्षो तक जीवित रह सकते है। जंगल में आग व शिकार जैसे खतरों के कारण ये अपनी औसतन उम्र भी पूरी नहीं कर सकते है।
साइबेरिया का बाघ
साइबेरियाई बाघ जंगली में 15-17 साल तक और कैद में 20-25 साल तक जीवित रह सकते हैं।
सफ़ेद बाघ
सफ़ेद बाघ बंगाल टाइगर के घराने का वारिस है। इसलिए इसका जीवनकाल भी बंगाल टाइगर के जैसा ही है। ये विलुप्ति की कगार पर है इसलिए इसकी औसत आयु के बारे में जानना मुश्किल है।
बाघ का भोजन
बाघ शिकार करने के बाद पेट भर भोजन करता है और बची हुई लाश को छुपाने की कोशिश करता है ताकि बाद में वह जरुरत पड़ने पर खुद के भोजन व शिकार करने के लिए उपयोग कर सके। तेंदुओं व अन्य बाघों द्वारा मारे गए शिकार को भी खाने में नहीं झिझकता। बाघ हमेशा रात्रि में ही शिकार करते है और सभी प्रकार के जानवरो को अपना शिकार बनता है। पर ये बड़े स्तनधारी जानवरो का शिकार नहीं करता।
बाघ के संरक्षण के लिए पुरे विश्व के देश अपने अपने स्तर पर व्यवस्था की हुई है। और जो देश बाघ के अंगो का व्यापार करते है उन देशो पर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा दंडात्मक कार्यवाही का भी आदेश है।
बाघ का विशेष इलाका
बाघ अपने इलाके को अन्य बाघों से दूर रखने के लिए हर संभव प्रयास करता है। बाघ अपना इलाका शिकार की संख्या, पानी, अन्य बाघ की मौजूदगी, आदि पर निर्भर करता है। वह अपने मलमूत्र की गंध, चेहरे की ग्रंथियों की गंध, दहाड़ने भूमि तथा पेड़ो पर पंजो के निशान आदि से इलाके में अपना कब्ज़ा स्थापित करता है। प्रकृति के संतुलन में बाघ की अहम भूमिका रही है।