अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान पहली बार भारतीय टीम दिन-रात्रि टेस्ट खेल सकती है।  गुरुवार को बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और भारत के कप्तान विराट कोहली टेस्ट पर बैठक के दौरान दिन-रात्रि मैच पर चर्चा करेंगे।

गांगुली गुलाबी गेंद से दिन-रात्रि टेस्ट का समर्थन करते रहे हैं। टेस्ट मैचों के दौरान दर्शकों की घटती संख्या को लेकर वह दिन-रात्रि टेस्ट का विकल्प सुझा चुके हैं। हालांकि इसे नए बीसीसीआई अध्यक्ष टीम पर नहीं थोपेंगे। अंतिम निर्णय कोहली और टीम प्रबंधन की प्रतिक्रिया जानने के बाद ही लिया जाएगा।

पहला टेस्ट बांग्लादेश के खिलाफ 14 नवंबर से इंदौर में खेला जाएगा और दूसरा टेस्ट कोलकाता में 22 नवंबर से होगा। रिपोर्ट के अनुसार 50 प्रतिशत यह संभावना है कि सीरीज का एक मैच डे-नाइट वाला खेला जाएगा।

जब पिछले साल वेस्टइंडीज की टीम भारत का दौरा कर रही थी, तब बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी चाहते थे कि पहला टेस्ट राजकोट में दिन-रात्रि का होना चाहिए। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने तब कहा था कि खिलाड़ी ऐसा नहीं चाहते।

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) का कार्यभार संभालने के पश्चात गांगुली ने स्थानीय क्रिकेट में गुलाबी गेंद के मैचों का आरंभ किया था।  

पिछले हफ्ते ही गांगुली ने कहा था, 'मैं हमेशा मानता हूँ कि टेस्ट क्रिकेट को आगे बढ़ाने का तरीका दिन/रात टेस्ट (Day/Night Test) है। टेस्ट मैचों के दौरान स्टैंड्स खाली रह रहे हैं।'