देश भर में लोकसभा चुनाव की गहमागहमी अपने चरम पर है। इसी वजह से हर पार्टियाँ अपना अपना प्रचार करने में लगी है। पीएम मोदी के खिलाफ प्रचार करने के दौरान कांग्रेस पार्टी एक बार फिर विवादों से घिर गई है। मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें प्रियंका गांधी के साथ कोई 20-25 बच्चे नज़र आए। ये बच्चे ज़ोर-ज़ोर से ‘चौकीदार चोर है के नारे’ लगा रहे हैं और वे बच्चे यहीं नहीं शांत हुए बल्कि प्रियंका की अगुआई में उन्होंने पीएम के खिलाफ कुछ ऐसे आपत्तिजनक नारे भी लगाए जिसमे अपशब्द भी इस्तेमाल किये गए थे।
सोशल मीडिया पर हर कोई इस वीडियो का विरोध कर रहा है। इस वीडियो पर आपत्ति जताते हुए स्मृति ईरानी ने प्रियंका गाँधी पर निशान साधा है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रियंका पर निशाने साधते हुए अपने ट्वीट में कहा, 'यह अत्यंत अशिष्ट है। आप सोच सकते हैं कि जिनकी प्रसिद्धि केवल वंशवाद है उनसे प्रधानमंत्री को अत्यंत भद्दे शब्द सुनने पड़ते हैं। इस बात पर लुटियन्स में गुस्सा दिखाई दिया क्या?'
Uncouth to the core. Imagine the filthiest of abuses that a Prime Minister has to endure from people whose only claim to fame is a nose. Lutyens outrage anyone ???? https://t.co/T5sPyKtmbr
— Chowkidar Smriti Z Irani (@smritiirani) April 30, 2019
हालांकि स्मृति ईरानी ने जो वीडियो साझा किया है वह आधा-अधूरा है और इसके पूरे वीडियो को देखें तो जब बच्चे पीएम के खिलाफ अपशब्द भाषा का उपयोग करते हैं, तो प्रियंका तुरंत उन्हें टोकती हैं और बोलती है यह वाला नही यह अच्छा नहीं है। इसके बाद फिर बच्चे राहुल गाँधी जिंदाबाद के नारे लगाने लगते है। ट्विटर पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। बता दे यह वीडियो अमेठी का है।यह रहा पूरा वीडियो इसमें बच्चे मोदी को अपशब्द कहते नज़र आ रहे है।
Girl where do I Start from.. Is this supposed to be cute ? While @divyaspandana peddles a morphed pic of Hitler with a kid to compare him with Modi, Priyanka is getting kids to say this shit? They've been taught to say much more by Abusive INC workers.pic.twitter.com/CkbHsCZWzr
— Shubhangi Sharma (@shubh19822) April 30, 2019
बहरहाल जो भी हो पर कांग्रेस के समर्थन में नारे लगा रहे इन बच्चों को ऐसे अपशब्दों वाले नारे लगाने के लिए किसी कोंग्रेसी नेता ने ही ट्रेनिंग दी होगी और इससे कांग्रेस और उसके नेताओं की मानसिकता उजागर हो जाती है।