चंद्राणी मुर्मू इंजिनियरिंग के बाद ढूंढ रही थी नौकरी, अब बनी लोकसभा की सबसे कम उम्र की सांसद

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Nikhil Talwaniya
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चंद्राणी मुर्मू इंजिनियरिंग के बाद ढूंढ रही थी नौकरी, अब बनी लोकसभा की सबसे कम उम्र की सांसद

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आ चुके है। जिसमे 33 प्रतिशत महिला सांसद लोकसभा पहुंची है। बता दें कि इन्हीं 33 प्रतिशत महिला सांसदों में से एक हैं चन्द्राणी जो लोकसभा की सबसे कम उम्र की सांसद हैं। इन्हे ओडिशा की जनता ने लोकसभा में भेजा है।

चंद्राणी मुर्मू लोकसभा में सबसे कम उम्र की सांसद है। 25 वर्षीय चंद्राणी मुर्मू ने  इंजिनियरिंग में स्नातक किया है। उन्होंने  क्योंझर लोकसभा सीट से बीजू जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा है और जीत कर सदन में पहुंची है। मर्मू फिलहाल 25 साल 11 माह की हैं और लोकसभा में सबसे कम उम्र की सांसद होने का ख़िताब अपने नाम करने वाली है।

बता दें कि मुर्मू ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 67,822 मतों से बीजेपी के 2 बार के सांसद रहे अनंत नायक को बुरी तरह से हराया है। मुर्मू ने 2017 में भुवनेश्वर स्थित एसओए विश्वविद्यालय से बी. टेक पूर्ण किया है और साधारण लड़की की तरह ही नौकरी की तलाश कर रही थीं। साथ ही वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रही थीं।

चंद्राणी ने बताया कि, 'मैं अपनी इंजिनियरिंग पूरा करने के बाद नौकरी खोज रही थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं राजनीति ज्वाइन करूंगी और सांसद बनूंगी। मेरा नामांकन अप्रत्याशित था।'

मुर्मू ने कहा कि मैं इसके लिए क्योंझर के लोगों और बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक का धन्यवाद करना चाहती हूँ की उन्होंने मुझे मौका दिया। हालाँकि चंद्राणी मुर्मू के नाना हरिहर सोरेन 1980-1989 तक 2  बार कांग्रेस से सांसद रहे है। परन्तु राजनीति में मुर्मू का परिवार पूरी तरह सक्रिय नहीं है।

जानकारी दे दें कि लोकसभा में सबसे कम उम्र के सांसद इससे पहले इंडियन नैशनल लोकदल के दुष्यंत चौटाला थे। 2014 में उन्हें हिसार लोकसभा सीट से 26 साल की उम्र में चुना गया था। कुल 21 संसदीय सीट ओडिशा में हैं जिनमें से 7 महिला सांसद चुनी गईं हैं। जो कि राज्य में कुल सांसदों का 33 फीसदी है।

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