महंगाई के दौर में पाकिस्तान पर एक और संकट, पाकिस्तानी रुपया हुआ कमजोर

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Rishabh Verma
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महंगाई के दौर में पाकिस्तान पर एक और संकट, पाकिस्तानी रुपया हुआ कमजोर

पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पहले से ही खस्ताहाल है। ऐसे में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रूपये की रिकॉर्ड कमज़ोरी उसके लिए बड़ी चिंता है। पाकिस्तानी रुपया अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में लगातार ख़राब प्रदर्शन कर रहा है। यह अब तक के सबसे कमज़ोर स्तर पर पहुँच चुका है। इस संकट से उबरने के लिए अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष के द्वारा पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर उपलब्ध कराये जाने पर सहमति बनी है।

कल 16 मई को 1 अमेरिकी डॉलर की कीमत 147 पाकिस्तानी रूपये थी। पिछले सप्ताह 1अमेरिकी डॉलर 141 पाकिस्तानी रूपये महंगा था। पाकिस्तान के पिछले सप्ताह बाजार आधारित विनिमय दरों को स्वीकार करने पर भी सहमति दे दी है। अभी पाकिस्तान का केंद्रीय बैंक ही विनिमय दरों को नियंत्रित करता है।

विशेषज्ञों के अनुसार पाकिस्तान का यह संकट जल्दी टलने वाला नही है। पाकिस्तान का रुपया और भी कमज़ोर होगा और देश में महंगाई भी बढ़ेगी। पाकिस्तानी रूपये के कमज़ोर होने से पाकिस्तान का आयात भी घटेगा जो देश के उद्द्योग धंधों को प्रभावित करेगा।

पाकिस्तान की मुद्रा के कमज़ोर होने से कराची स्टॉक एक्सचेंज-100 इंडेक्स में भी 1.4 फ़ीसदी कमी देखी गई है। पिछले साल पाकिस्तानी रुपया 20 फ़ीसदी तक कमज़ोर हो गया था। अब यह एशिया की सबसे ख़राब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गई है। पाकिस्तान की आर्थिक हालत के मद्देनज़र यूजीसी ने भी छात्रों को पाक अधिकृत कश्मीर के संस्थानों में प्रवेश न लेने की हिदायत दी है।

विश्व में कच्चे तेल के दामों में कमी के बावजूद भारतीय शेयर बाज़ारों में तेजी देखने को मिली है। इसके कारण डॉलर के मुकाबले विदेशी मुद्रा विनियम बाज़ार में भारतीय रुपया 31 पैसे मज़बूत होकर 70.03 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ। पिछले तीन दिनों में रूपये में कुल 48 पैसे की मज़बूती दर्ज की गई है।

बुधवार के दिन भारतीय रुपया 70.34 रू प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था। गुरुवार के दिन यह 70.26 के स्तर पर खुला और 69.99 की मज़बूत दर्शाने के बाद 31 पैसे की मज़बूती के साथ 70.03 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था।

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