अब भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का विमान 'एयर इंडिया वन' अमेरिका के एयरफोर्स वन की तरह अभेद्य किला बन जाएगा। भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति अब ऐसे आधुनिक और हाईटेक विमानों से यात्रा करेंगे जिन विमानों को दुश्मन छू भी नहीं पाएंगे। जी हां एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खबर आयी है अमेरिका भारत के लिए दो ऐसे विमान रेडी कर रहा जो बहुत पावरफुल होंगे।
बता दे इन विमानों का नाम बोइंग 777 है। इन दोनों विमानों में दुनिया भर के कई सिक्योरिटी सिस्टम लगे होंगे जैसे इसमें - मिसाइल वॉर्निंग, काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम और इनक्रिप्टेड सैटलाइट कम्युनिकेशन और इसके अलावा यह फुल्ली आटोमेटिक होगी है। बता दें की ये दोनों विमान लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्ररेड काउन्टर्मेशर (LAIRCM) की तर्ज पर बन रहे है।
इसमें मौजूद LAIRCM तकनीक विमान की तरफ आ रहे मिसाइलों को बिना किसी के कुछ एक्शन लिए खुद ही नष्ट कर देगा। इससे मिसाइल को विमान के करीब आने से पहले ही खत्म कर दिया जाता है। सबसे अच्छी बात यह है की यह फुल्ली आटोमेटिक होगी। कोई भी एक्शन लेने लिए क्रू को कुछ भी नहीं करना है।यह विमान खुद के सेंसर का इस्तेमाल करके मिसाइलों को नष्ट कर देगी और ऐसा करने के बाद सिस्टम स्वयं पायलट को इसकी सूचना दे देगी ।सबसे पहले इसका इस्तेमाल अमेरिकी नेवी ने अपने पेट्रोल जेट और CH-53 सुपर हेलिकॉप्टर के लिए शुरू किया था।
फ़िलहाल इस विमान का उपयोग अमेरिका के राष्ट्रपति कर रहे है जिसका नाम है ‘एयर फाॅर्स वन‘।
इसके अलावा रूस और इज़राइल भी इस तकनीक का उपयोग कर रहे है। भारत सरकार भी बोइंग 777 के विमानों को खरीदने के लिए अमेरिका सरकार से बात कर थी और अमेरिका यह विमान भारत को देने के लिए तैयार हो गया है। भारत लगभग 1357 करोड़ रुपये की लागत में अमेरिका से यह रक्षा प्रणाली खरीदेगा। अमेरिका सरकार के मुताबिक इस विमान को बेच कर वो भारत और अमेरिका के बीच के संबंध को मजबूत करेगा।अमेरिका का मानना है की भारत जैसे मजबूत डिफेंस पार्टनर की सुरक्षा बढ़ाकर दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को नया मुकाम मिलेगा।