पहले एक घर में लिए आसरा फिर उसी घर के मासूम को मार डाला आतंकियों ने

Go to the profile of  Punctured Satire
Punctured Satire
1 min read
पहले एक घर में लिए आसरा फिर उसी घर के मासूम को मार डाला आतंकियों ने

जम्मू कश्मीर में आए दिन आतंकियों का खतरा मंडराता रहता है। ये आतंकी वहां के नागरिकों के घरों में छुपकर रहते है और जरुरत पड़ने पर उनको ही अपना निशाना बना लेते है। हाल ही में स्वचालित हथियारों से लैस लश्कर का कुख्यात आतंकी अली बांडीपोर के मीर मोहल्ला में अपने साथी के साथ गुरुवार के दिन अब्दुल हमीद मीर के घर में घुस गया। घर में घुसने के बाद उसने परिवार वालों से एक स्थानीय लड़की के विषय में पूछताछ की। लेकिन लड़की के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी जिसके कारण वह गुस्से से तिलमिला उठा।

इस दौरान सुरक्षाबलों को आतंकियों के बारे में जानकारी मिलने पर उनके द्वारा पूरे इलाके को घेर लिया गया और मुठभेड़ शुरू हो गयी। जिस मकान में आतंकियों ने ठिकाना बनाया था  सुरक्षाबलों ने अपनी जान की बाजी लगाकर वहां के लोगो को सुरक्षित बाहर निकाला। लेकिन वह केवल आठ लोगो को ही बाहर निकाल पाए। हालाँकि दो लोग अब्दुल हमीद और उसके पोते आतिफ वहीं फसे रह गए क्योंकि उनको आतंकियों ने बंधक बनाया था। बंधक बनाये जाने के कारण सुरक्षाबलों ने कुछ देर के लिए फ़ायरिंग रोक दी। कुछ लोगो ने मिलकर आतंकियों से आग्रह भी किया की वह बंधकों को छोड़ दे लेकिन आतंकियों ने एक न सुनी। आतिफ की मां अपने बेटे के लिए  बेहाल हो रही थी।

कुछ देर के बाद अब्दुल हमीद किसी तरह से वहां से निकलने के प्रयास में सफल हुए वह आतिफ को लेकर बाहर दौड़े लेकिन आतंकियों ने आतिफ को पकड़ लिया और उसे मौत के घाट उतार दिया। जब सुरक्षाबलों ने अब्दुल हमीद को बाहर देखा तो उसे बचा लिया  गया। आतंकियों ने बिना वजह ही एक मासूम की हत्या कर दी। यदि आतंकी इस्लाम को समझते तो शायद आतिफ नहीं मरता।

बता दे सुबह शुरू हुई फायरिंग शुक्रवार सुबह आठ बजे तक चली जिसमे रात को एक आतंकी को मार दिया गया और दूसरा आतंकी सुबह को मारा गया। बताया जा रहा है की अली पिछले दो सालों से सक्रीय था और वह किसी लड़की की तलाश में आया था।

GO TOP