दुनिया का सबसे बूढ़ा बल्ब जो 118 वर्ष का होने के बाद कर रहा है अंधेरे से मुकाबला

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Nikhil Talwaniya
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दुनिया का सबसे बूढ़ा बल्ब जो 118 वर्ष का होने के बाद कर रहा है अंधेरे से मुकाबला

एक बल्ब के लगातार जलने पर उसकी लाइफ कितनी हो सकती है? वह एक साल, 2 साल या फिर 3 साल ही चलेगा। आपको बता दे कि दुनिया का एक ऐसा सबसे बुजुर्ग बल्ब भी है जो की 118 साल से लगातार जल रहा है। यह बल्ब अभी भी कैलिफ़ोर्निया के एक फायर स्टेशन में अपनी रौशनी को बिखेर रहा है।

आपको बता दें कि इस बल्ब का नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज है। इस बल्ब को “ सबसे लम्बे समय तक चलने वाले बल्ब” के तौर पर दर्ज किया गया है। इस बल्ब को नाम भी दिया गया है। यह बल्ब सेंटेनियल लाइट के नाम से जाना जाता है। यह बल्ब 1901 में लगाया गया था जो की अब तक भी जल रहा है। इस बल्ब को कैलिफ़ोर्निया के लिवरमोर शहर के दमकल केंद्र में लगाया गया।

कार्बन फिलामेंट वाले इस बल्ब को ओहायो की शेल्बी कंपनी ने निर्मित किया है। यह 30 वाट का बल्ब है। लेकिन अब अधिक समय होने के कारण इसकी रौशनी कम हो गयी है। वर्तमान समय में यह 4 वाट की रौशनी देता है। Zylpha Bernal Beck के अनुसार 1901 में इस बल्ब को उनके पिता डेनिस बर्नल ने दमकल विभाग को दान में दिया था। वह लीवरमोर पावर एंड वाटर कंपनी के मालिक थे। यह बताया जाता है कि जब उन्होंने अपनी कंपनी बेचीं तो दमकल विभाग को यह बल्ब दान स्वरूप दे दिया।

खबरों के अनुसार एक बार यह बल्‍ब 1937 में बंद हो गया था। तब लोगो को लगा की बल्ब ख़राब हो गया है लेकिन जाँच करने पर पता चला कि खराबी बिजली के तारों में है। तारों को बदलने के बाद बल्ब फिर से जल उठा था। यह बल्ब इतना प्रसिद्ध हो गया है कि दूर दूर से लोग इसे देखने आते है।  इस बल्ब की निगरानी के लिए कैमरे भी लगाए गए है।

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