कौन कह रहा है ‘धोनी को वनडे छोड़ टी20 पर फोकस करते हुए 2020 का टी20 विश्वकप खेलना चाहिए’

Go to the profile of  Prabhat Sharma
Prabhat Sharma
1 min read
कौन कह रहा है ‘धोनी को वनडे छोड़ टी20 पर फोकस करते हुए 2020 का टी20 विश्वकप खेलना चाहिए’

भारत के महान विकेट कीपर बल्लेबाज और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अगस्त में वेस्ट इंडीज के दौरे पर जाने की सभी संभावनाओं को ख़ारिज करते हुए अगले दो महीने पैरा सैन्य रेजिमेंट के साथ बिताने का निर्णय लिया है।   38 वर्षीय धोनी ने इसकी जानकारी टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और बीसीसीआई को दे दी है।  वैसे धोनी को कई क्रिकेट विशेषज्ञ संन्यास को लेकर राय दे रहे हैं पर एक व्यक्ति उन्हें अभी और खेलने को कह रहा हैं।

ये व्यक्ति हैं धोनी के बचपन के कोच केशव बैनर्जी। श्री बैनर्जी का मानना है की धोनी को अगले साल होने वाले टी20 विश्वकप तक खेलना चाहिए। उन्होंने कहा की धोनी को वनडे छोड़ कर पूरा फोकस टी20 पर कर देना चाहिए।

ग़ौरतलब है की अगले महीने टीम इंडिया वेस्टइंडीज के दौरे पर जाने वाली है। इस दौरान टीम 3 टी-20, 3 वन डे और 2 टेस्ट मैच खेलने वाली है। इसके लिए टीम का चयन रविवार के दिन किया जाना है। वेस्टइंडीज दौरे के लिए एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति द्वारा टीम का चयन किया जाएगा। एक अहम समय पर ये फैसला लेकर महेंद्र सिंह धोनी ने साफ़ कर दिया है कि वे फिलहाल संन्यास के बारे में नहीं सोच रहे हैं। उनके मैनेजर अरुण पांडे ने भी कहा कि उनका अभी संन्यास का इरादा नहीं है।

वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से ही लोग धोनी के संन्यास के बारे में तरह-तरह के अनुमान लगा रहे हैं। धोनी के बचपन के कोच केशव बनर्जी के अनुसार धोनी टी-20 वर्ल्ड कप तक खेलना जारी रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि धोनी को टी-20 फॉर्मेट में खेलते रहना चाहिए, क्योंकि उन्हें इसमें कम दबाव का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया की 50 ओवर के मैच में विकेटकीपिंग करके के बाद बैटिंग करने अपने आप में बहुत चुनौती पूर्ण होता है। धोनी के रिटायरमेंट के बारे में उन्होंने कहा कि इस बारे में जल्द ही कोई निर्णय ले लेना चाहिए।

पैरा सैन्य रेजिमेंट से जुड़ेंगे महेंद्र सिंह धोनी

2011 में महेंद्र सिंह धोनी को अपनी उपलब्धियों और यूथ आइकॉन होने के कारण प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक प्रदान की गई थी। वे युवाओं के लिए सशस्त्र बल में शामिल होने के लिए बड़ी प्रेरणा हैं। जब उन्हें ये रैंक प्रदान की गई तो उन्होंने कहा था कि वे सेना के अधिकारी बनना चाहते थे लेकिन क़िस्मत ने उन्हें एक क्रिकेटर बना दिया।

2015 में बने से प्रशिक्षित पैराट्रूपर

महेंद्र सिंह धोनी अगस्त 2015 में प्रशिक्षित पैराट्रूपर भी बन गए। उन्होंने इसके लिए आगरा के पैराट्रूपर्स ट्रेनिंग स्कूल में भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान से 1,250 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी। इसके बाद उन्हें प्रतिष्ठित पैरा विंग्स प्रतीक चिन्ह लगाने की योग्यता मिल गई थी।

2011 का वर्ल्ड कप तथा 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप दिलाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के नाम कई रिकॉर्ड हैं। उन्होंने वनडे इंटरनेशनल 10,773 रन बनाये हैं तथा विकेट के पीछे 444 बार बल्लेबाजों का शिकार किया है।

GO TOP