स्वच्छता अभियान के तहत देश के सभी शहरों, राज्यों, की रैंकिंग की जाती थी। अब इन विभागों ने देश के सभी प्रतिष्ठित मंदिरों को भी रैंकिंग दी है। जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और भारत सरकार ने मिलकर इन प्रतिष्ठित मंदिरों की रैंकिंग जारी की है। इस रैंकिंग में जम्मू कश्मीर के वैष्णों मंदिर को "सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल" के रूप में चुना है।
इस विषय पर संबंधित अधिकारियों ने बताया की श्री माता वैष्णो देवी के मंदिर का दर्शन करने प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते है। इस मंदिर की पूर्ण व्यवस्था श्राइन बोर्ड की होती है और इस बार इन्होंने इस व्यवस्था को बड़े ही व्यापक तरीके से सुधारा गया है। श्राइन बोर्ड ने यात्रा के मार्ग पर वाटर क्योस्क, रिवर्स वेंडिंग मशीन, इक्विड डंग मैनेजमेंट सेंटर, किल वेस्ट मशीन की स्थापना, संग्रह, परिवहन और कचरे के नियमित निपटान के साथ-साथ 1300 स्वच्छता कार्यकर्ताओं ने दिन रात मेहनत करके इस रैंकिंग को पाया है।
श्री माता वैष्णो देवी के मंदिर का मुकाबला जिन तीर्थस्थलों से था उनमे छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (महाराष्ट्र), ताजमहल (उत्तर प्रदेश), तिरुपति मंदिर (आंध्र प्रदेश), स्वर्ण मंदिर (अमृतसर), मणिकर्णिका घाट (वाराणसी), अजमेर शरीफ दरगाह (राजस्थान), मीनाक्षी मंदिर (तमिलनाडु), कामाख्या मंदिर (असम), जगन्नाथ पुरी (उड़ीसा), गंगोत्री, यमुनोत्री (उत्तराखंड), महाकालेश्वर मंदिर (उज्जैन), चार मीनार (हैदराबाद), चर्च एंड कॉन्वेंट ऑफ सेंट फ्रांसिस ऑफ अस्सी (गोवा), बैजनाथ धाम, देवघर (बिहार), सोमनाथ मंदिर (गुजरात), सबरीमाला मंदिर (केरल) आदि मंदिर शामिल थे। इन मंदिर की व्यवस्था से कड़ा मुकाबला करके श्री माता वैष्णो देवी मंदिर ने इस शीर्ष रैंकिंग को हासिल किया है।
2017 में श्राइन बोर्ड को पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय एवं भारत सरकार ने विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया एवं 2018 में इंडिया टुडे ग्रुप ने भी श्राइन को सबसे स्वच्छ धार्मिक स्थल भी घोषित किया था।