सोमवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। इस दौरान इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप के बीच लंबे समय तक बात चली और कई मुद्दों पर बात हुई थी। इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कश्मीर का मुद्दा उठाया। इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर पर विवादित बयान दिया। जिसके बाद उनकी अमेरिका में खूब आलोचना हो रही है।
कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा अगर भारत और पाकिस्तान चाहें तो वह कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए तैयार है। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दावा किया था कि पीएम मोदी (PM Modi) ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मदद करने के लिए कहा था। डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर मुद्दे पर विवादित बयान आते ही बवाल मच गया। सोमवार रात को ही भारत ने भी इसका जवाब दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने देर रात को ट्वीट कर लिखा कि पीएम मोदी ने ट्रंप से ऐसी कभी पेशकश नहीं की।
भारत ने साथ साथ अमेरिका में भी डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर मुद्दे पर विवादित बयान के उनकी आलोचना हो रही है। अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन पर मध्यस्थता का राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का प्रस्ताव बचकाना और शर्मनाक है और उन्होंने ट्रंप की इस गलती को लेकर वॉशिंगटन में भारत के राजदूत हर्ष वर्धन श्रृंगला से माफी मांगी है।
उन्होंने ट्वीट करके लिखा की - मैंने ट्रंप के बचकाने और शर्मनाक बयान के लिए भारतीय राजदूत हर्ष वर्धन श्रृंगला से माफी मांगी है।