चीन में फैले करॉन या कोरोना वायरस की आजकल हर तरफ चर्चा है और यह चिंता का विषय बना हुआ है। यह वायरस बड़ी तीव्रता से फ़ैल रहा है और इसके कई केस आये दिन सामने आ रहे हैं, जिसके कारण चिकित्सा विशेषज्ञों के मध्य यह चिंता का विषय बना हुआ है।
इस वायरस से जुड़े मामले सर्वप्रथम चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर में देखने को मिला। चीन के अलावा यह वायरस थाईलैंड, सिंगापुर, जापान में भी देखने को मिला है और इसके मरीज मिले हैं। एशिया के अलावा हाल ही इंग्लैंड में भी एक परिवार के इस वायरस की चपेट में आने की जानकारी सामने आई है।
इस वायरस से संबंधित नई नई जानकारियाँ भी लगातार प्रकाश में आ रही हैं जिससे इस वायरस को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। इस जानकारियों में मुख्यतः इस वायरस कि वजह से पेश आने वाली समस्याएं और इसके लक्षण जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी शामिल हैं। आइए जानते हैं इस वायरस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक यह वायरस सी-फूड से संबंधित है और इसका आरम्भ चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुआ माना जा रहा है।
यह वायरस इंसानों के साथ साथ पशुओं को भी अपने चपेट में ले रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने इस बात की पूरी संभावना जताई है कि यह वायरस किसी परिवार के लोगों में एक से दूसरे को भी फैल सकता है।
इस वायरस के संक्रमण के बाद संक्रमित व्यक्ति को शुरुआत में सांस लेने में परेशानी, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार की समस्या पेश आती है। इन सब के बाद यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई प्रकार की परेशानियों को जन्म दे सकती है।
बता दें की अभी तक इस वायरस को खत्म करनेवाली कोई वैक्सीन नहीं बनी है। पर इसके लक्षणों के आधार पर इसके इलाज में दूसरी जरूरी मेडिसिन्स का उपयोग किया जा रहा है।
इस वायरस से बचाव के लिए जितना हो सके सी-फूड से दूर रहें। साफ-सफाई भी इस वायरस से बचने का जरूरी तरीका है। कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ साबुन या हैंडवॉश से अच्छी तरह साफ करें और हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें, पानी की व्यवस्था ना हो तो वहां इसका इस्तेमाल करें।